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दिल्ली के इन अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत, कुछ घंटों का ही बचा स्टॉक

राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर रोहिणी ने जानकारी दी है कि उनके पास सिर्फ एक-दो घंटे का ही ऑक्सीजन बैकअप बचा है. इसलिए उन्हें जल्द ऑक्सीजन मुहैया कराई जाए. वहीं भागवर्ती अस्पताल रोहिणी में 92 कोविड पेशेंट में से करीब 15 आईसीयू में हैं.

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ऑक्सीजन सिलेंडर की शॉर्टेज (फाइल फोटो)
ऑक्सीजन सिलेंडर की शॉर्टेज (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • दिल्ली के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत
  • सैकड़ों मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं भर्ती
  • महज एक दो घंटे का बचा है स्टॉक

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी से मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. दिल्ली के बत्रा अस्पताल में इसी वजह से 12 मरीजों की मौत हो गई. हालांकि ऑक्सीजन की कमी से किसी अस्पताल में मरीजों की जान जाने का यह पहला मामला नहीं है. पिछले 10 दिनों से दिल्ली के कई अस्पताल प्रशासन, सरकार से ऑक्सीजन के लिए लगातार गुहार लगा रहे हैं. हर घंटे अस्पतालों की तरफ से ऑक्सीजन के लिए एसओएस मैसेज आ रहे हैं. 

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पश्चिम विहार के 105 बेड वाले सुपर स्पेशलिटी सेंटोम अस्पताल ने भेजे संदेश में कहा कि डेढ़ घंटे का ही लिक्विड ऑक्सीजन का बैंक बचा है. लिहाजा ऑक्सीजन की डिमांड है. शालीमार बाग स्थित फोर्टिस अस्पताल ने कहा है कि दोपहर 12 बजे ऑक्सीजन मिलने के बाद दोबारा एसओएस मैसेज दिया कि अस्पताल में ऑक्सीजन लेवल बहुत कम है. 

दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में फिर ऑक्सीजन का संकट पैदा हो गया है. यहां 2500 cubic meter ही ऑक्सीजन बची है जो पांच घंटे में खत्म हो जाएगी. राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में ऑक्सीजन की किल्लत का मामला सामने आया है. यहां कुछ घंटों में ऑक्सीजन खत्म हो जाएगी. अस्पताल में करीब 350 मरीज ऑक्सीजन के भरोसे हैं.

सुशीला हॉस्पिटल ने कहा है कि शुक्रवार से ही गाड़ियां बाहर खड़ी हैं लेकिन ऑक्सीजन नहीं मिल रही है. 2 घंटे का ही ऑक्सीजन का बैकअप है. लिहाजा जल्दी से मुहैया करवाएं. 

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राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर रोहिणी ने जानकारी दी है कि उनके पास सिर्फ एक-दो घंटे का ही ऑक्सीजन बैकअप बचा है. इसलिए उन्हें जल्द ऑक्सीजन मुहैया कराई जाए. वहीं भागवर्ती अस्पताल रोहिणी में 92 कोविड पेशेंट में से करीब 15 आईसीयू में हैं, जबकि 2 वेंटिलेटर सपोर्ट और 6 बाइपेप सपोर्ट पर हैं. अभी डी टाइप के सिलिंडर से काम कर रहे हैं. विनायक गैस ऑक्सीजन नहीं दे रहा है और अभी सिर्फ एक घंटे की ही ऑक्सीजन बची हुई है. SOS सिचुएशन है कृपया जल्दी से मदद करें.

पीएसआरआई अस्पताल की तरफ से बताया गया कि ऑक्सीजन सिर्फ शाम के 5 बजे तक की ही बची है. करीब 38 क्रिटिकल पेशेंट आईसीयू और वेंटिलेटर पर हैं. वार्ड में भर्ती मरीजों का सीटी स्कोर बहुत खराब है. ऐसे मरीजों के लिए करीब 10 से 13 लीटर ऑक्सीजन की जरूरत है. 

वहीं जीटीबी अस्पताल में रात आठ बजे तक के लिए ऑक्सीजन सपोर्ट बचा है. अभी तक किसी भी सोर्स से आपूर्ति सुनिश्चित नहीं की गई है. सभी स्टाफ को इमरजेंसी रिस्पांस के लिए ड्यूटी पर रखा गया है. डीएम और डीएसपी को भी इस बारे में इंफॉर्म कर दिया गया है. जीटीबी अस्पताल में कोविड इंचार्ज प्रोफेसर एके जैन ने खुद भी इस बात की पुष्टि की है. यहां पर 700 से अधिक मरीजों को भर्ती कराया गया है. इनमें से 450 मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है.   

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