सिग्नेचर ब्रिज का नाम दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित के नाम पर रखने से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इंकार कर दिया है. हाल ही में सिग्नेचर ब्रिज का नाम शीला दीक्षित के नाम पर रखने की मांग कांग्रेस ने की थी, लेकिन सीएम केजरीवाल ने कांग्रेस की इस मांग को ठुकरा दिया है.
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता जितेंद्र कोचर ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पत्र लिखकर शीला दीक्षित के नाम पर रखने का निवेदन किया था. मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कोचर ने लिखा कि दिल्ली में जितना विकास शीला दीक्षित के नेतृत्व में हुआ है उतना दिल्ली के इतिहास में आज तक नहीं हुआ था.
उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित ने दिल्ली में फ्लाइओवर का जाल बिछा दिया, जिससे आज दिल्ली की जनता ही नहीं पूरा देश गौरवान्वित महसूस करता है. सिग्नेचर ब्रिज का निर्माण शीला दीक्षित ने अपनी शासनकाल में शुरू कराया था, अब यह बनकर तैयार है. हमारी मांग है कि इस ब्रिज का नाम शीला दीक्षित के नाम पर रखा जाए.
इस पुल का उद्घाटन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने किया था. इस ब्रिज पर 154 मीटर ऊंचा ग्लास बॉक्स है, जो पर्यटक स्थल के रूप में लोगों को शहर का ‘बर्ड्स-आई व्यू’ देता है. सिग्नेचर ब्रिज प्रोजेक्ट को 2007 में दिल्ली कैबिनेट ने मंजूरी दी थी. 2010 के कॉमनवेल्थ से पहले सिग्नेचर ब्रिज का काम पूरा होना था, लेकिन डेडलाइन 2013 तक बढ़ा दी गई.