आम आदमी पार्टी के सभी नेता भले ही विधायक विनोद कुमार बिन्नी की नाराजगी की खबरों का खंडन कर रहे हों, मगर सूत्रों की मानें तो वह नाराज थे, लेकिन पार्टी कड़ी चेतावनी देकर उन्हें रास्ते पर ले आई.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, देर रात सीनियर AAP नेताओं ने बिन्नी से मुलाकात के दौरान कहा, 'हमें नेताओं की नहीं, क्रांतिकारियों की जरूरत है जो देश और जनता के लिए काम कर सकें. पद के लोभी लोग पार्टी छोड़कर चले जाएं. हमें ऐसे लोग नहीं चाहिए.'
विनोद बिन्नी को अपनी नाराजगी का नुकसान भी झेलना पड़ सकता है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, अब उन्हें संसदीय सचिव का पद मिलने की संभावना भी कम ही है.
गौरतलब है कि मंगलवार को लक्ष्मीनगर से विधायक विनोद कुमार बिन्नी केजरीवाल के घर से नाराज होकर निकले थे और अगले दिन प्रेस कांफ्रेंस करने को कहा था. सूत्रों के मुताबिक, उन्हें संसदीय सचिव का पद ऑफर किया गया था, लेकिन वह इस पर राजी नहीं थे और मंत्री पद चाहते थे. हालांकि पार्टी ने सार्वजनिक रूप से ऐसी किसी भी बात का खंडन किया.
मंगलवार देर रात पार्टी के संजय सिंह और कुमार विश्वास बिन्नी से मिलने गए. तीन घंटे की बैठक के बाद जब बाहर आए तो तीनों ने एक सुर में किसी भी तरह की नाराजगी से इनकार किया.
उधर, केजरीवाल का शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार को होने की संभावना बहुत कम है. सूत्रों के मुताबिक, उपराज्यपाल को इस पर अब भी राष्ट्रपति भवन की ओर से अप्रूवल मिलने का इंतजार है.
मुझे शादी में जाना था, इसलिए जल्दी निकला: बिन्नी
संजय सिंह ने कहा, 'यह सब मीडिया ने दिखाया है. पार्टी में ऐसा कोई तनाव नहीं है.' कुमार विश्वास ने कहा, 'विनोद बिन्नी ने कभी नहीं कहा कि उन्हें मिनिस्टर बनना है, पार्टी में कोई बगावत नहीं हुई है, सब सामान्य है. सब गलतफहमी मीडिया ने फैलाई है. अगर पार्टी कोई पद उन्हें देती है तो बिन्नी फैसला लेंगे कि उन्हें वह लेना है या नहीं.'
शाम को खुलासा करने की धमकी देने वाले विनोद कुमार बिन्नी ने कहा, 'ऐसी कोई समस्या नहीं है और न ही मैं नाराज हूं. कुमार विश्वास और संजय सिंह मेरे बड़े भाई जैसे हैं. हम लोगों ने बस सामान्य बातचीत की जो कि हम अकसर किया करते हैं. शाम में हुई बैठक में मैं 10 मिनट के लिए इसलिए शामिल हुआ क्योंकि मुझे कुछ काम था. मुझे एक शादी में जाना था, जिसके बाद मैं देर से लौटा हूं.'
AAP को समर्थन पर कांग्रेस में मतभेद की खबरों पर पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा कि यह उनकी समस्या है, हमारी नहीं. हम सरकार मुद्दों पर बना रहे हैं. आपको याद होगा पहले कांग्रेस बिना शर्त समर्थन दे रही थी और बीजेपी मुद्दों पर समर्थन देने को तैयार थी. हमारे तो ये 18 मुद्दे हैं. जो विधायक सहमत है वह समर्थन करेगा. हमारा किसी से गठबंधन नहीं है. न ही किसी से बातचीत हुई है. जो दिल्ली के लोगों के लिए काम करना चाहते हैं, वे सारे समर्थन करेंगे.'
सरकार बनने के साथ लेंगे अहम फैसले
केजरीवाल ने कहा कि उनके कुछ अहम फैसले सरकार बनने के तुरंत बाद ले लिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि 700 लीटर पानी को 24 घंटे के भीतर मुफ्त कर दिया जाएगा, लेकिन घर-घर पहुंचाने में थोड़ा वक्त लगेगा.
उन्होंने माना कि 26 तारीख को उनके शपथ ग्रहण की संभावना कम ही है क्योंकि एलजी की चिट्ठी अब तक नहीं आई है. जब उनसे पूछा गया कि आप 26 को शपथ लेना चाह रहे थे तो केजरीवाल ने कहा, '26 को हम नहीं आप चाह रहे थे. मीडिया में आया था.' केजरीवाल ने कहा था कि तारीख तय होने पर अन्ना को न्यौता दिया जाएगा.
गौरतलब है कि मंगलवार शाम केजरीवाल कैबिनेट के संभावित मंत्रियों के नाम मीडिया में सामने आए. मंत्रियों की लिस्ट में जगह नहीं मिलने के बाद विनोद बिन्नी ने मंगलवार शाम को केजरीवाल से मुलाकात की. दोनों के बीच 10 मिनट से भी कम समय तक बात हुई. इस छोटी-सी मीटिंग के बाद बिन्नी जब बाहर आए, तो खासे नाराज दिख रहे थे. जब उनसे मीडिया ने सवाल किए, तो उन्होंने कहा कि अगर अभी वह कुछ बोलेंगे, तो हंगामा हो जाएगा. बिन्नी जिस कार से लौट रहे थे, उसमें AAP के सीनियर लीडर योगेंद्र यादव भी थे.