देश भर में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच सोमवार को जहां केंद्र सरकार ने 18 साल से ऊपर की उम्र के सभी लोगों के टीकाकरण की मंजूरी दी वहीं मंगलवार को उत्तर प्रदेश ने एक मई से राज्य में सभी 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए टीकाकरण करने की बात कह दी. ऐसे में अब टीकाकरण के लिए केंद्र और राज्य सरकार क्या नियम अपनाएंगी इस पर चर्चा तेज हो गयी है.
जानकारी के मुताबिक राज्य को यह अधिकार दिया गया है कि वह 18 वर्ष से ऊपर के किसी भी वर्ग के व्यक्ति को टीकाकरण के लिए बुला सकता है. वहीं राज्य जरूरत पड़ने पर सीधे तौर पर निर्माताओं से अतिरिक्त वैक्सीन प्राप्त कर सकते हैं.
वहीं बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार निर्मित वैक्सीन का 50 फीसदी ही अधिक अधिग्रहण करेगा. जोकि सिर्फ 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए सरकारी अस्पताल में मौजूद रहेगा. ऐसे में बाकी का 50 फीसदी टीके राज्य सरकारों और खुले बाजार में भेजे जाएंगे. इसमें निजी अस्पतालों को इसी 50 फीसदी में से वैक्सीन खरीदनी होगी. जिसके मूल्य निर्माता तय करेंगे.
निर्माता राज्य सरकार और 1 मई से पहले खुले बाजार में उपलब्ध होने वाली 50% आपूर्ति के लिए मूल्य की अग्रिम घोषणा करेंगे. कोविशिल्ड और कोवैक्सिन दोनों की 50 फीसदी आपूर्ति खुले बाजार में उपलब्ध होगी. वहीं रिपोर्ट्स के अनुसार स्पुतनिक टीका मई के पहले सप्ताह से भारत में आने की संभावना है.