दिल्ली पुलिस के भ्रष्ट चेहरे को कुछ अपराधियों ने स्टिंग ऑपरेशन के जरिये बेनकाब किया. दिल्ली आज तक पर ,खबर दिखाए जाने के बाद हाई ने सीबीआई को इसके जांच के आदेश दिए हैं.
यूं तो पुलिस का काम अपराधियों को पकड़ने का है, लेकिन दिल्ली पुलिस के भ्रष्ट चेहरे को कुछ अपराधियों ने स्टिंग ऑपरेशन के जरिये बेनकाब किया और इसी स्टिंग ऑपरेशन के जरिये यह अपराधी लंबे समय से पुलिस को ब्लैकमेल कर रहे थे. यही नहीं अपराधियों ने इसके लिए चेतन शर्मा के नाम का भी इस्तेमाल किया, जिससे खफा चेतन शर्मा ने दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
'सदैव आपके साथ आपके लिए' का नारा देने वाली दिल्ली पुलिस का सबसे भ्रष्ट चेहरा सामने आया है. एक स्टिंग ऑपरेशन, जिसके खुलासे से बचने के लिए पुलिस ब्लैकमेल ही हो रही थी. यह मामला सामने आया जब, भ्रष्टाचार विरोधी बिगुल बजाने वाले चेतन शर्मा ने अपने नाम के गलत इस्तेमाल पर दिल्ली हाइकोर्ट में दस्तक दी, साथ ही कोर्ट ने गवाह के तौर पर एक लैपटॉप सील किया है, जिसमें दिल्ली पुलिस की काली करतूत कैद है.
एक तरफ जहां दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार अपनी टीम की तारीफ करते नहीं थकते, वहीं उनके पुलिसवाले वर्दी में रिश्वत लेते पकड़े गए हैं. दिल्ली पुलिस का एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसमें दिल्ली में कानून के रक्षक ही भक्षक का किरदार निभाते नजर आ रहे हैं और विडंबना यह हैं कि यह स्टिंग किसी पत्रकार या विजिलेंस विभाग ने नहीं खुद अपराधियों ने किया है.
इस गिरोह मंशा बहुत स्पष्ट है, यह लोग पुलिसवालों का रिश्वत लेते हुए एक स्टिंग ऑपरेशन करते हैं और फिर कैमरे कैद भ्रष्ट पुलिसवालों से चेतन शर्मा के नाम पर पैसा वसूलते हैं. वही चेतन शर्मा जो कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध अपनी लड़ाई में कई पुलिस वालों का स्टिंग कर चुके हैं, लेकिन जब चेतन शर्मा को इस बात का पता चला, तो वो दंग रह गए और इस घटना से गुस्साए चेतन ने दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. इस बार चेतन भ्रष्ट दिल्ली पुलिस के खिलाफ नहीं बल्कि उन लोगों के खिलाफ खड़े हुए जो उनके नाम का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं.
चेतन शर्मा के वकील अनिल.के. अग्रवाल ने कहा कि यह अज्ञात गिरोह अब तक 50 से ज्यादा पुलिसवालों को बेवकूफ बनाकर पैसा वसूल चुका है. चोर के घर में चोरी का यह मामला सामने ना आया होता, अगर चेतन शर्मा अपना नाम बचाने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में दस्तक ना देते.