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दिल्ली एयरपोर्ट पर T-1 मेट्रो स्टेशन और आगमन टर्मिनल के बीच सब-वे खोला गया

दिल्ली एयरपोर्ट से मेट्रो पकड़ने वाले यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है. टर्मिनल-1 के मेट्रो स्टेशन और एयरपोर्ट एराइवल एरिया के बीच कनेक्टिविटी देने वाला सबवे बुधवार को खोल दिया गया है. दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने यह जानकारी दी है. यह सबवे करीब 130 मीटर लंबा है. यह सबवे यात्रियों को ज्यादा आसान और निर्बाध कनेक्टिविटी देगा.

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दिल्ली एयरपोर्ट से मेट्रो को कनेक्ट करने वाला सबवे चालू (फाइल फोटो)
दिल्ली एयरपोर्ट से मेट्रो को कनेक्ट करने वाला सबवे चालू (फाइल फोटो)

दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 के मेट्रो स्टेशन और एयरपोर्ट एराइवल एरिया के बीच कनेक्टिविटी देने वाला भूमिगत पैदल मार्ग बुधवार को लोगों के लिए खोल दिया गया. यह सबवे यात्रियों को अधिक आसान और अधिक निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करने में मदद करेगी.

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दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने एक बयान में कहा कि मैजेंटा लाइन पर टर्मिनल 1-आईजीआई डोमेस्टिक एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन और इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के घरेलू आगमन टर्मिनल-1 के बीच संपर्क प्रदान करने वाला 130 मीटर लंबा भूमिगत पैदल मार्ग लोगों के लिए खोल दिया गया.’ कार्यक्रम में डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक विकास कुमार मौजूद थे.

ज्यादा क्षमता वाली लिफ्ट लगाई गईं

सबवे के हर प्रवेश और निकास में दो एस्केलेटर और सीढ़ियों के साथ-साथ दो लिफ्ट हैं. यात्रियों की आवाजाही के लिए मेट्रो में जो लिफ्ट लगाई गई हैं, वे मेट्रो प्रणाली में लगाई गईं सामान्य लिफ्टों की तुलना में अधिक जगह वाली हैं और इनमें लगभग 26 लोगों को ले जाने की क्षमता है. डीएमआरसी ने कहा कि क्षेत्र की समृद्ध विरासत को चित्रित करने के लिए मेट्रो को आकर्षक कलाकृति से भी सजाया गया है.

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पांचवें चरण की तैयारी में DMCR

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डीएमआरसी अब अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए पांचवें चरण की योजना की तैयारी में है. इस चरण में मेट्रो के बुनियादी ढांचे पर जोर दिया जाएगा, क्योंकि मौजूदा नेटवर्क की क्षमता का पूरा इस्तेमाल होने के करीब है. डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक विकास कुमार ने एक मीडिया समूह के पत्रकार को बताया कि संभवतः मेट्रो रेल किसी नई जगह लाइन नहीं बिछाएगी बल्कि मेट्रो की क्षमता बढ़ाने पर फोकस होगा.

उन्होंने बताया कि 5वें चरण में ज्यादातर पैरलल रूट तैयार किए जाएंगे और कुछ मार्गों पर आखिरी छोर तक कनेक्टिविटी दी जाएगी. मेट्रो रेल 24,000 करोड़ रुपये की लंबित परियोजना पर काम कर रही है और तीन प्राथिमकता वाले गलियारों पर काम 2025-26 में पूरा होने की संभावना है.

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