सुनंदा पुष्कर मर्डर मिस्ट्री में एक नया मोड़ आ गया है. दिल्ली पुलिस को शक है कि इस हाई प्रोफाइल केस में तीन गवाह झूठ बोल रहे हैं. दिल्ली पुलिस शशि थरूर के दोस्त संजय देवन, घर के नौकर और ड्राइवर का पॉलीग्राफ टेस्ट कराना चाहती है.
दिल्ली पुलिस यह टेस्ट इसलिए कराना चाहती है कि उसे लगता है कि तीनों ही झूठ बोल रहे हैं. नारायण सिंह (नौकर), बजरंगी (ड्राइवर) और संजय देवन को मुख्य संदिग्ध बताते हुए पुलिस ने दिल्ली कोर्ट से कहा, 'ऐसा पाया गया है कि तीनों ही इस केस से जुड़ी अहम बातें छिपा रहे हैं. तीनों सुनंदा पुष्कर की मौत से जुड़े कई तथ्यों को उजागर नहीं कर रहे हैं.'
पुलिस ने बताया कि तीनों संदिग्ध 17 जनवरी 2014 की शाम को होटल लीला के रूम नंबर 345 में हुए पॉवर कट पर मौन हैं. इसी कमरे में सुनंदा पुष्कर की लाश मिली थी. पहले इसे सुसाइड का केस माना जा रहा था लेकिन एक साल बाद पुलिस ने कहा कि यह हत्या का मामला है. पुलिस के मुताबिक उस समय ये तीनों ही शशि थरूर के साथ वहां मौजूद थे.
सुनंदा पुष्कर के मोबाइल से डिलीट किए गए थे मैसेज
इससे पहले 23 मार्च को इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ था. सुनंदा पुष्कर अपने साथ तीन मोबाइल फोन रखती थीं और इनकी जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि इन मोबाइल से कुछ मैसेज डिलीट किए गए थे. सुनंदा के ब्लैकबेरी के तीन मोबाइल फोन और लैपटॉप गुजरात के गांधी नगर हाईटेक लैब में जांच के लिए नवंबर में भेजे गए थे. मामले में सुनंदा पुष्कर के पति शशि थरूर के घरेलू सहायक नारायण सिंह और बजरंगी के छह मोबाइल फोनों की भी जांच हो रही है.