यूपी के पत्रकार जगेंद्र सिंह की हत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकार के साथ ही प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया को नोटिस जारी किया है. कोर्ट में सोमवार को मामले में सीबीआई जांच की मांग को लेकर दाखिल पीआईएल पर सुनवाई हो रही थी.
इस बीच शाहजहांपुर के मृतक पत्रकार जगेंद्र के पिता सुमेर सिंह ने आरोप लगाया है कि कुछ लोग उनपर बेटे की हत्या का केस वापस लेने को लेकर दबाव बना रहे हैं. यही नहीं, सुमेर सिंह का कहना है कि कुछ लोगों ने उन्हें केस वापस लेने के लिए 20 लाख रुपए और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी ऑफर की है. उन्होंने इस बारे में पुलिस से शिकायत की है.
खुद को बताया मंत्री का आदमी
सुमेर सिंह ने रविवार को पुलिस से लिखित शिकायत में कहा कि वह अपने बेटे की मौत के बाद होने वाले कर्मकांड में व्यस्त थे. शनिवार रात को उनके पास एक शख्स आया जो यूपी सरकार में मंत्री और इस हत्या के आरोपी राममूर्ति वर्मा का जनसंपर्क अधिकारी होने का दावा कर रहा था. उन्हें केस वापस नहीं लेने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी गई.
गौरतलब है कि जगेंद्र सिंह को एक जून को उनके घर में छापा के दौरान कथित तौर पर पुलिस वालों ने आग लगा दी थी. बाद में 8 जून को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी. आरोप है कि यह छापा मंत्री राममूर्ति वर्मा के खिलाफ जमीन कब्जा और भ्रष्टाचार के मामले में कई फेसबुक पोस्ट लिखने पर की गई थी.