दिल्ली मेट्रो के पहले प्रबंध निदेशक और मेट्रो मैन के नाम से मशहूर ई श्रीधरन ने मेट्रो में महिलाओं को मुफ्त यात्रा सुविधा देने की आम आदमी पार्टी(AAP) सरकार की पहल को मेट्रो के लिए नुकसानदायक बताया है. उन्होंने इसकी जगह छूट की राशि सीधे महिलाओं के बैंक खाते में जमा करने का सुझाव दिया है. इस संबंध में ई श्रीधरन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी भी लिखी है.
दिल्ली मेट्रो के सलाहकार श्रीधरन ने प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखकर दिल्ली सरकार के प्रस्ताव पर आपत्ति जताते हुए उन्हें इसकी मंजूरी न देने को कहा है. अब ई श्रीधरन की चिट्ठी पर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने चिट्ठी लिखकर आपत्ति जताई है.
मनीष सिसोदिया ने श्रीधरन को भेजी अपनी चिट्ठी में कहा है, 'मुझे आश्चर्य के साथ-साथ आपकी चिट्ठी पर दुख भी है, जिसमें आपने मेट्रो में महिलाओं को फ्री यात्रा का खर्च दिल्ली सरकार द्वारा उठाने के प्रस्ताव का विरोध किया है.'
सिसोदिया ने कहा है कि मेट्रो का तीसरा चरण पूरा होने के बाद इसकी राइडरशिप प्रतिदिन 40 लाख यात्रियों की होगी लेकिन डीएमआरसी के मुताबिक फिलहाल औसतन राइडरशिप 25 लाख है. श्रीधरन को भेजी गई चिट्ठी में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा है कि दिल्ली मेट्रो अपनी कुल क्षमता से महज 65 फीसदी ही काम कर रही है, जो कि एक कंपनी की गुणवत्ता और परफॉर्मेंस के लिए बेहद खराब है.
सिसोदिया का दावा है कि दिल्ली सरकार के प्रस्ताव के बाद मेट्रो में महिला यात्रियों की संख्या बढ़ जाएगी, जिससे मेट्रो की क्षमता 90 फीसदी तक बढ़ जाएगी. मनीष सिसोदिया ने अपनी चिट्ठी में यह भी लिखा है कि उनकी सरकार के प्रस्ताव के बाद भी दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन की रोजमर्रा की राइडरशिप सिर्फ 3 लाख यात्री प्रतिदिन बढ़ेगी जबकि मेट्रो की डिजाइन क्षमता 40 लाख यात्रियों की है.
मनीष सिसोदिया ने मेट्रो के घाटे के पीछे बढ़े हुए किरायों का भी हवाला दिया और कहा कि दिल्ली मेट्रो किसी भी सार्वजनिक यातायात माध्यमों में सबसे महंगी है. इस चिट्ठी के जरिए मनीष सिसोदिया ने मेट्रो मैन ई श्रीधरन को मनाने की भी कोशिश की है, जिसमें महिलाओं की सुरक्षा के साथ-साथ राजधानी में वायु प्रदूषण के कम होने की बात भी कही गई है.
सिसोदिया ने चिट्ठी में लिखा है, 'हमारा मकसद दिल्ली मेट्रो की कार्यप्रणाली में दखल देना नहीं है बल्कि हमने दिल्ली मेट्रो के सभी प्रोजेक्ट के साथ-साथ उसे बढ़ाने में तत्परता दिखाई है जिसे सालों तक लटका कर रखा गया.'
मनीष सिसोदिया ने यह भी कहा है कि उनकी सरकार मेट्रो को महिलाओं के लिए फ्री नहीं कर रही है. डीएमआरसी से मेट्रो में यात्रा करने वाली दिल्ली की महिलाओं के लिए टिकट बड़ी तादाद में एक साथ खरीद रही है, जिससे महिलाओं को मेट्रो में सुरक्षित यात्रा का मौका मिले.