योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण की स्वराज इंडिया पार्टी अपनी पहचान बनाने की कवायद में जुटी है. सौ साल पहले गांधी जी ने शोषित किसानों को उनके अधिकार दिलाने के लिए चम्पारण सत्याग्रह किया था. बिहार के चंपारण में उसी ऐतिहासिक जगह पर 27 नवंबर 2016 को स्वराज इंडिया पार्टी जय किसान आंदोलन ‘जय-किसान स्वराज सम्मेलन’ का आयोजन कर रहा है. इस विशाल अधिवेशन में देश भर से किसान आ रहे हैं.
इस सम्मेलन में योगेंद्र यादव ‘किसान आय गारंटी अधिनियम’ पेश करेंगे. अधिनियम को संसद द्वारा कानून का रूप देने और केंद्र सरकार द्वारा लागू करने के लिए एक साल के जनसंघर्ष का आगाज इस सभा से किया जाएगा, इस अधिनियम में किसानों के लिए अलग से आय आयोग के गठन का प्रस्ताव है जो किसानों के लिए गरिमापूर्ण और सतत आय सुनिश्चित करेगा.
स्थानीय जन संघर्ष, लोक संघर्ष समिति और विस्थापित मुक्ति वाहिनी जो किसानों के अधिकार के लिए कई दशकों से संघर्ष कर रहा है इस विशाल रैली में पंकज जी के नेतृत्व में भाग ले रहे हैं. आय गारंटी अधिनियम को कानून बनवाने और किसानों के सम्मान की रक्षा के लिए किसान संघर्ष समिति, अखिल भारतीय अग्रगामी सभा, उड़ीसा राज्य कृषक संगठन, किसान मंच, किसान मजदूर संगठन, वैकल्पिक कृषि अभियान और भारतीय किसान यूनियन (हरपाल गुट) सभी एकजुट होकर एक मंच से आगे बढ़ेंगे.