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स्वाति मालीवाल को फिर से दिल्ली महिला आयोग की कमान, तीसरी बार बनीं प्रमुख

दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली महिला आयोग बेहतरीन काम कर रहा है. उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है. मैंने आज वर्तमान आयोग के लिए एक और कार्यकाल को मंजूरी दी.

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लगातार तीसरी बार दिल्ली महिला आयोग का जिम्मा संभालेंगी स्वाति (File)
लगातार तीसरी बार दिल्ली महिला आयोग का जिम्मा संभालेंगी स्वाति (File)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • दिल्ली महिला आयोग की लगातार तीसरी बार प्रमुख बनीं
  • 2015 से लगातार दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख हैं स्वाति
  • स्वाति, उनकी टीम को शुभकामनाएं. बढ़िया काम करते रहें: CM

दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल को एक बार फिर से आयोग की अध्यक्षा बनाया गया है. स्वाति लगातार तीसरी बार दिल्ली महिला आयोग का जिम्मा संभालेंगी. 

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली महिला आयोग की मौजूदा टीम को दूसरा टर्म देने के फैसले पर मुहर लगाई है. स्वाति 2015 से लगातार दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख हैं.

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली महिला आयोग बेहतरीन काम कर रहा है. उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है. मैंने आज वर्तमान आयोग के लिए एक और कार्यकाल को मंजूरी दी. स्वाति और उनकी टीम को शुभकामनाएं. बढ़िया काम करते रहें.

 

केजरीवाल सरकार की ओर से महिला आयोग की अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल बढ़ाने जाने के फैसले पर स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री को धन्यवाद कहा. उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हमें यह अवसर देने के लिए धन्यवाद देते हैं. यह उनके निरंतर समर्थन के कारण है कि डीसीडब्ल्यू ने दिल्ली में लाखों महिलाओं और लड़कियों के जीवन को बदलने में सफलतापूर्वक कामयाबी हासिल की है। डीसीडब्ल्यू की टीम पूरी ईमानदारी से दिल्ली के लोगों की सेवा करती रहेगी.

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इसे भी क्लिक करें --- दिल्ली: आटा चक्की में करवाई जा रही थी बाल मजदूरी, DWC ने बच्चे का कराया रेस्क्यू

महिला आयोग महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए लगातार काम कर रही है. पिछले दिनों दिल्ली महिला आयोग ने दयालपुर इलाके से 12 साल के एक बच्चे का रेस्क्यू कराया था. इस बच्चे से बाल मज़दूरी करवाई जा रही थी. बच्चा एक आटा चक्की में काम करता था. आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि खिलौनों से खेलने की उम्र में बच्चों से इस प्रकार की बाल मजदूरी करवाई जाती है.

 

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