कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ की भाजपा में शामिल होने की अटकलें लग रही हैं. इस बीच भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने कहा है कि कमलनाथ की भाजपा में शामिल होने की खबरें फर्जी हैं. उन्होंने हाल ही में ट्वीट किया है कि 1984 के सिख विरोधी दंगों के आरोपी कमलनाथ के लिए बीजेपी में कोई जगह नहीं है.
आज तक से बात करते हुए बग्गा ने कहा, 'कमलनाथ 1984 के सिख विरोधी दंगों के आरोपी हैं. उनके खिलाफ कई गवाह हैं. मेरे द्वारा आठ दिन का अनशन करने के बाद कमल नाथ के खिलाफ एसआईटी जांच शुरू की गई. रकाबगंज गुरुद्वारा को जलाने के पीछे वही व्यक्ति है, जो 9वें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी की याद में बनाया गया था. भाजपा में कमलनाथ के लिए कोई जगह नहीं है और मैंने अपने ट्वीट में यह साफ कर दिया है'.
तजिंदर बग्गा ने कहा, 'मैंने वरिष्ठ नेताओं से बात की है और उन्होंने कहा है कि भाजपा में कमलनाथ के लिए दरवाजे बंद हैं. मैं हमेशा से ही कमलनाथ के खिलाफ रहा हूं और उनके बेटे नकुल के बीजेपी में शामिल होने पर मुझे कोई आपत्ति नहीं है'. एक ट्वीट में बग्गा ने लिखा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के होते हुए कभी ऐसा (कमलनाथ का बीजेपी में आना) संभव नहीं हो पाएगा, ऐसा मैं आप सबको भरोसा दिलाता हूं'.
कमलनाथ पर बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि अभी कुछ भी फाइनल नहीं है. ऐसी खबरें हैं कि कमलनाथ अन्य कांग्रेस नेताओं से संपर्क कर रहे हैं, ताकि उन्हें अपने साथ ला सकें. अभी यह तय नहीं हुआ है कि केवल नकुलनाथ को बीजेपी में एंट्री मिलेगी या उनके पिता भी आएंगे. शीर्ष सूत्रों के अनुसार बेटे के बीजेपी जॉइन करने की संभावना अधिक है. लेकिन जब भी ऐसा होगा, कमलनाथ गुट के अन्य स्थानीय कांग्रेस नेता भी उनके साथ आएंगे.
इधर मध्य प्रदेश कांग्रेस नेताओं का कहना है कि कमलनाथ भाजपा में शामिल होंगे इसकी उम्मीद नहीं की जा सकती. दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिस व्यक्ति ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत नेहरू-गांधी परिवार के साथ की हो, उस आदमी से आप कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि वह कांग्रेस को छोड़कर जाएगा. मध्य प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी कमलनाथ और उनके सांसद बेटे नकुलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की खबरों को अफवाह करार दिया है. उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम इंदिरा गांधी कमलनाथ को अपना तीसरा बेटा मानती थीं. उनकी पार्टी छोड़ने की खबरें निराधार हैं.