आम आदमी पार्टी के कुमार विश्वास अपने कई साथियों के साथ सीएम के निवास लेटर लेकर पहुंचे. मुख्यमंत्री को 10 लाख से ज़्यादा चिट्ठी सौंपीं. आम आदमी पार्टी का दावा है कि बिजली और पानी के गलत बिलों से परेशान करीब दस लाख लोगों ने उन्हें चिट्ठियां लिखकर अपना दर्द बयां किया है. मनीष सिसोदिया और कुमार विश्वास अपने समर्थकों के साथ ये चिट्ठियां सीएम आवास पर पहुंचाने गए थे. इन लोगों ने ये चिट्ठियां पहुंचा तो दीं लेकिन सीएम से इनकी मुलाकात न हो सकी.
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के आवास तक रविवार को प्रस्तावित विरोध मार्च भी रद्द करने का फैसला किया. ‘आप’ ने यह फैसला उस वक्त किया जब मुख्यमंत्री उन 10.5 लाख उपभोक्ता के वे पत्र स्वीकार करने पर ‘‘सहमत’’ हो गयीं जिनमें कहा गया है कि वे बिजली और पानी के ‘बढ़े हुए’ बिलों का भुगतान नहीं करेंगे.
इससे पहले, अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली ‘आप’ ने धमकी दी थी कि यदि दीक्षित पत्र स्वीकार करने से इंकार करती हैं तो उनके आवास तक विरोध मार्च निकाला जाएगा. बहरहाल, केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी पूरे दिन जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन करेगी.
‘आप’ के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास ने कहा, ‘हमने सुबह मुख्यमंत्री से बात की. वह हमारी बात सुनने और पत्रों को स्वीकार करने पर तैयार हुई हैं. लिहाजा, हमने अपना विरोध मार्च रद्द करने का फैसला किया है लेकिन जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा.’
‘आप’ शहर में बिजली और पानी के बढ़े हुए बिलों के मुद्दे पर जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रही है. पार्टी का दावा है कि उन्होंने ऐसे 10.5 लाख लोगों से पत्र प्राप्त किए हैं जिसमें लिखा है कि वे बढ़े हुए बिल का भुगतान नहीं करेंगे.