राजधानी दिल्ली में बिजली की कमी नहीं है और जो कटौती हो रही है उसका कारण हैं बिजली कंपनियां. ये कहना है दिल्ली के ऊर्जा मंत्री हारून युसूफ का. साफ है कि चुनावी साल में दिल्ली सरकार बिजली पर लोगों का गुस्सा झेलने के लिए तैयार नहीं है. इसलिए सीधे बिजली कंपनियों पर निशाना साध रही है.
हारून युसूफ के अनुसार अभी दिल्ली के पास 6000 मेगावाट बिजली है और अधिकतम मांग 5200 मेगावाट के करीब है. इसलिए दिल्ली में कहीं बिजली नहीं आ रही है या बिजली कट रही है, तो इसका ये मतलब कतई नहीं है की दिल्ली में बिजली की कमी है. उस कटौती का कारण लोकल फॉल्ट हो सकता है. और ये लोकल फॉल्ट भी कम से कम हो, इसके लिए डिस्कॉम को सख्त निर्देश दिए जा चुके हैं.
ऊर्जा मंत्री ने मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की अनिल अंबानी को लिखी चिट्ठी को रुटीन बताया. हारुन युसुफ ने कहा कि कंपनियो को दिल्ली सरकार के तीन हजार करोड़ से भी ज्यादा के बकाये का जल्द भुगतान करना चाहिए.