महंगाई से आम आदमी का हाल बेहाल है. चुनाव होने वाले हैं और नेता लोकलुभावन वादे कर रहे हैं. विशेषज्ञ अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीद जता रहे हैं तो आम आदमी तनख्वाह बढ़ने की उम्मीद लगाए बैठा है. बहरहाल, अगर आप भी वेतन वृद्धि की आस लगाए बैठे हैं तो आपके लिए एक बुरी खबर है. हाल ही जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक इस बार आपके वेतन में पिछले वर्षों के मुकाबले कम इजाफा होने की संभावना है.
कन्सलटेंसी फर्म एऑन ह्यूविट ने भारत के लिए 2014 की सैलरी इन्क्रीज सर्वे रिपोर्ट जारी कर दी है. हालांकि कंपनी का कहना है कि आर्थिक हालात में तेजी से सुधार से तस्वीर बदल भी सकती है. सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक साल 2014 में सैलरी में बढ़ोतरी का औसत 10 फीसदी रहेगा. यानी अगर 2009 को छोड़ दिया जाए तो पिछले एक दशक में यह सैलरी बढ़ोतरी का सबसे कम औसत है. गौरतलब है कि 2009 में दुनिया के आर्थिक हालात बिगड़े थे जिसका असर कुछ हद तक भारत पर भी हुआ था.
फार्मा, इंजीनियरिंग के कर्मचारियों को मिलेगा लाभ
सर्वे के मुताबिक इस साल फार्मा, केमिकल्स, सीमेंट, इंजीनियरिंग और क्ज्यूमर प्रोडक्टस से जुड़ी कंपनियों में सैलरी बढ़ोतरी 10 फीसदी से ज्यादा रहने की उम्मीद है. जबकि ऑटो, रिटेल, फायनेंशियल सर्विसेज, इंफ्रास्ट्रक्चर और एनर्जी सेक्टर में तनख्वाह में इजाफा 10 फीसदी से कम रहने की उम्मीद है.
एऑन ह्यूविट के रिवार्ड्स कन्सलटिंग प्रैक्टिस लीडर आनंदोरुप घोष कहते हैं, 'इस साल औसत सैलरी में बढ़ोतरी 10 फीसदी के करीब रहेगी. इसके पीछे कई कारण हैं जिनमें ओवरऑल इकॉनोमिक एनवायरमेंट सबसे प्रमुख है.'
विशेषज्ञों के अनुसार, इस साल जिस तरह से देश की अर्थव्य्वस्था में ठहराव आया है कंपनियां संभल कर खर्चे बढ़ाना चाहती हैं. दूसरी ओर, सर्वे में यह भी कहा गया कि निचले स्तर पर सैलरी बढ़ने की रफ्तार ऊपरी स्तरों से बेहतर है. जाहिर है ऐसे में ज्यादातर लोगों के लिए अच्छे संकेत भी हैं.