देश में 500 और 1000 के नोट पर प्रतिबंध लगने घोषणा के बाद करीब 20 घंटे बाद आम आदमी पार्टी की प्रतिक्रिया बुधवार को आई. आप नेता संजय सिंह ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तुगलकी फरमान करार दिया है, उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई को काले धन पर सर्जिकल स्ट्राइक प्रचारित किया जा रहा है. बड़े अर्थशास्त्रियों के साथ काफी विचार करने पर पता चला कि इससे विदेशों में जमा काला धन नहीं आएगा.
संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मोदी सरकार पर भ्रष्ट लोगों को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि शरद पवार, सुखबीर बादल व यद्दुरप्पा जैसे नेता प्रधानमंत्री के फैसले की तारीफ कर रहे हैं, उत्तर प्रदेश में भाजपा नेता खुश हैं. बताया जा रहा है कि छह महीने पहले से यह कार्रवाई शुरू हो गई. कहा जा रहा है कि भाजपा ने यूपी चुनाव को देखते हुए पहले ही अपने नेताओं को इशारा देकर माल ठिकाने लगवा दिया.
बैंक डिफाल्टर्स का क्या होगा
फ़िलहाल आम आदमी पार्टी ने 500 और 1000 के नोट बंद होने के विरोध किया है लेकिन वो फैसले के खिलाफ आंदोलन आंदोलन नहीं करेगी. संजय सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार के पास स्विस बैंकों में भारतीय जमाकर्ताओं, पनामा
पेपर्स में आए बड़े नेताओं व बैंक लोन डिफाल्टर्स की सूची है, इनके खिलाफ क्या कार्रवाई हुई ? 500 और 2000 के नोट बंद करके 2000 रुपए के नोट लाए जा रहे हैं. अब 1000 रुपए के बदले 2000 रुपए में रिश्वत का लेन-देन होगा. 500 और
2000 के जाली नोट बनेंगे. इस निर्णय से देश में अफरा-तफरी का माहौल है, पेट्रोल पंप, रेलवे स्टेशन व बस अड्डों पर लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
अंबानी, अडानी का माल लगा ठिकाने
'आप' के मुताबिक 125 करोड़ की आबादी वाले मुल्क में रातों-रात फैसला लागू करने से हाहाकार मचा हुआ है, किसान और छोटा व्यापारी परेशान है, छोटी जगहों पर काला कारोबार शुरू हो गया है. 1000 के बदले 800 और 500 के
बदले 400 रुपए दिए जा रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि अपने करीबी अंबानी, अडानी व भाजपा नेताओं को सूचना देकर पहले ही माल ठिकाने लगवा दिया गया. आम नागरिकों को दिक्कतें हो रही हैं कि जिनकी टैक्स पेड सैलरी भी बैंकों से
निकालने में पाबंदी लगाई गई.