पिछले साल तिहाड़ जेल में कैदियों के मारपीट के मामले में सीबीआई ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है. सीबीआई की ओर से दिल्ली हाईकोर्ट में यह जानकारी दी गई है.
इसमें बताया गया है कि पिछले साल आतंकी गतिविधियों में पकड़े गए 18 संदिग्ध कैदियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है और अगर जरूरत पड़ी तो एफआईआर दर्ज की जाएगी. अब इस मामले में 24 अगस्त को कोर्ट दोबारा सुनवाई करेगा. कोर्ट ने सीबीआई को अगली सुनवाई पर जांच की पूरी रिपोर्ट देने को कहा है.
दरअसल, पिछले साल तिहाड़ जेल के हाई रिस्क वार्ड में कुछ कैदियों की पिटाई की गई थी, इसमें आतंकवादी सैय्यद सलाउद्दीन का बेटा शाहिद यूसुफ भी शामिल था. पिछले साल दिसंबर में तिहाड़ में हुई इस पिटाई के बाद शाहिद यूसुफ को भी चोटें आईं थी.यूसूफ के वकील जब उससे जेल में मिलने गए तो शरीर पर चोट के निशान देखे. इसके बाद उन्होंने मामले को दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. कोर्ट ने घटना की जांच के लिए एक समिति बनाई.
इस मामले के तूल पकड़ने के बाद घटना में शामिल पूरे स्टाफ को सस्पेंड कर दिया गया था. कैदियों को पीटे जाने के इस मामले की केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी रिपोर्ट मांगी थी. उस दौरान एक कैदी के पिता ने कोर्ट को बताया था कि उनके बेटे को इतना मारा गया कि उसे न्यूरोसर्जरी से गुजरना पड़ा है.
उन्होंने तब यह भी बताया कि बेटे के एक हाथ में फ्रैक्चर भी हुआ है. सोपोर के निवासी फारूख ने कहा कि जेल अधिकारियों ने दावा किया कि वे कैदियों को सही रास्ते पर ले जाएंगे और इसी मानसिकता के साथ उनकी पिटाई की गई.