तिहाड़ जेल एक बार फिर कटघरे में है. दरअसल, पत्रकार सोम्या विश्वानाथन मर्डर केस के आरोपी अमित शुक्ला की एक और करतूत सामने आई है. अमित तिहाड़ जेल के अंदर से उगाही का धंधा चला रहा था.
गाजियाबाद में रहने वाले राजेंद्र शराफ ने इसी साल जनवरी में दिल्ली पुलिस को शिकायत दी कि अमित शुक्ला नाम का एक शख्स उसे बार-बार धमकी भरे फोन कर रहा है. शिकायतकर्ता ने दिल्ली पुलिस को वह नंबर भी दिया, जिससे धमकी भरे फोन आ रहे थे. तफ्तीश करते-करते पुलिस को पता चला कि फोन तिहाड़ जेल से आ रहे थे.
फोन नंबरों से पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले. पुलिस ने इस सिलसिले में सबसे पहले जेल के कंपाउंडर अरुण को गिरफ्तार किया. उसने बताया कि उसने ही अमित शुक्ला को फोन दिया था. जब पुलिस ने अमित ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि वो ही राजेंद्र को धमकी भरे फोन कर रहा था.
यहां तक पता चला कि दो फोन नंबर कई अपराधी और गैंगस्टर इस्तेमाल कर रहे है. तफ्तीश के दौरान अमित ने बताया कि उसे राजेंद्र के बारे में मुकेश ने बताया था, जो राजेंद्र का डाइवर था. अब पुलिस ने जाकर अमित और दूसरे आरोपी अरुण के खिलाफ दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है. इससे एक बार फिर साफ हो गया कि तिहाड़ जेल में कैदी क्या क्या रहे है और प्रशासन इन्हे रोक पाने में नाकाम साबित हो रहा है.