इससे पहले कि डेंगू और चिकनगुनिया का कोई गम्भीर मामला सामने आए इसलिए एमसीडी अब हर संभव प्रयास कर रही है कि डेंगू की रोकथाम के लिए लोगों को जागरुक किया जा सके.
इसी कड़ी में साउथ एमसीडी ने बुधवार को पार्कों में मॉर्निंग वॉक करने वालों को हैंडबिल बांटे जिसमें डेंगू की रोकथाम के उपाय बताए गए थे. साउथ एमसीडी के पंजाबी बाग, मिलेनियम पार्क, अलकनंदा, ईस्ट ऑफ कैलाश,मदनपुर खादर, सफदरजंग एंक्लेव, नीति बाग, छतरपुर, पुष्प विहार, शेख सराय, द्वारका, बिजवासन, पालम और विकासपुरी इलाकों में एमसीडी स्टाफ ने स्थानीय पार्षदों के साथ मिलकर सुबह-सुबह पार्क में घूमने वालों को हेंडबिल बांटे.
मच्छरों की उत्पत्ति रोकना लक्ष्य- एमसीडी
एमसीडी के मुताबिक डेंगू होने से पहले उसकी रोकथाम ज़्यादा आसान है इसलिए इस बार निगम नई रणनीति के साथ लोगों के बीच जा रही है ताकि डेंगू के मच्छरों को पैदा होने से ही रोका जा सके. एमसीडी स्वास्थ्य़ विभाग के अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली में बारिश और उसके बाद हो रही उमस मच्छरों की ब्रीडिंग के लिए अकदम उपयुक्त माहौल दे रहा है और इसलिए यदि समय़ रहते लोगों को जागरुक कर दिया गया तो डेंगू की रोकथाम में काफी हद तक मदद मिल सकती है.
एमसीडी के मुताबिक डेंगू और चिकनगुनिया एडीज़ मच्छरों के काटे जाने से होने वाली ऐसी बिमारी है जो बड़ी तेज़ी से फैलती है और एडीज़ मच्छरों के अलावा ये किसी भी दूसरे मच्छर के काटने से नहीं हो सकती इसलिए एडीज़ मच्छरों की उत्पत्ति वाली जगहों को ही यदि साफ रखा गया तो हालात काबू में रहेंगे. आपको बता दें कि एडीज़ मच्छर अपने लार्वा पानी के कूलर, पानी की टंकियों, खाली पड़े ड्रम, टायर, गमले, फव्वारे और निर्माण स्थलों पर जमा पानी में देते हैं और इसलिए डेंगू के शिकार सबसे ज़्यादा वही लोग होते हैं जो अपने आसपास की इन चीज़ों को वक्त-वक्त पर साफ नहीं करते.
इसलिए जहां एक ओर सरकार जनता को स्वस्थ रखने के लिए हर दम प्रयास कर रही है वहीं कुछ हद तक हम लोगों की भी ज़िम्मेदारी बनती है कि सरकार की बताई गईं बातों का पालन करें और अपने आस-पास साफ सफाई का पूरा ध्यान रखें.