दिल्ली के बुराड़ी में एक ही परिवार के जिन 11 सदस्यों की मौत हो गई, उनके पालतू कुत्ते टॉमी ने भी 22 दिनों बाद रविवार को दम तोड़ दिया. पुलिस ने बताया कि शाम को हृदय गति रुकने से मौत हो गई.
घटना के बाद यह कुत्ता छत पर मिला था, जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में लेते हुए इलाज के लिए भेजा दिया था. पुलिस के मुताबिक कुत्ते को उस समय 108 फारनेहाइट बुखार था. भाटिया परिवार ने 29-30 की दरम्यानी रात सामूहिक आत्महत्या से पहले कुत्ते को छत पर बांध दिया था.
हाउस ऑफ स्ट्रे एनिमल्स के संस्थापक और पशु अधिकार कार्यकर्ता संजय महापात्रा ने बताया, 'टॉमी अवसाद में था. भाटिया परिवार के साथ जो कुछ भी हुआ था, उसके बारे में उसे जानकारी थी. हम उसके गुस्से पर काबू पाने में तो कामयाब रहे थे और वह ठीक भी हो रहा था. लेकिन रविवार शाम सात बजे के करीब उसे दिल का दौरा पड़ा और उसने दम तोड़ दिया.' टॉमी को नोएडा के सेक्टर 55 स्थित डिस्पेंसरी हाउस ऑफ स्ट्रे एनिमल्स में रखा गया था.
संजय महापात्रा का कहना है कि घटना के बाद से टॉमी 22 दिनों तक जीवित रहा. लेकिन भाटिया परिवार की मौत से वह काफी दुखी था और अवसाद में रहता था. हालांकि उसकी स्थिति में सुधार हो रहा था, लेकिन वह काफी नहीं था.
कहते हैं कुत्तों को आसपास होने वाली अनहोनी की भनक पहले ही लग जाती है. इस कारण उनके व्यवहार में भी बदलाव आता है. ऐसा ही शायद बुराड़ी के उस घर में हुआ जहां भाटिया परिवार के 11 लोगों की लाश मिली. घर की चारदीवारी में जिस जाल से लाशें लटकी हुई थीं, छत पर उसी जाल से जंजीर में बंधा था टॉमी.
टॉमी उस सुबह छत पर जंजीर से बंधा खामोश बैठा था. भाटिया परिवार के पड़ोसियों के मुताबिक, ललित उसे हर रोज छत पर बांधने के लिए आता था. वैसे तो घर की हिफाजत में चौकन्ना टॉमी अक्सर भौंकता रहता था, लेकिन रविवार रात इस खौफनाक मंजर के बीच टॉमी की आवाज किसी ने नहीं सुनी.
बता दें कि 29-30 जून 2018 की रात को दिल्ली के बुराड़ी में भाटिया परिवार के 11 सदस्य मृत अवस्था में मिले थे, बाद में पुलिस ने अपनी छानबीन में पाया किया मोक्ष पाने के चक्कर में किया गया यह सामूहिक आत्महत्या का मामला है.