दिल्ली यूनिवर्सिटी ने ट्रांसजेंडर्स के लिए अपने दरवाजे आधिकारिक रूप से खोल दिए हैं. यूनिवर्सिटी के पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम में इस साल से किन्नर भी एडमिशन ले सकेंगे. अगले साल (2015-16) से यह व्यवस्था अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम के लिए भी कर दी जाएगी. फिलहाल पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम के फॉर्म में तीसरे जेंडर को जगह दे दी गई है.
अंग्रेजी अखबार 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' में छपी खबर के मुताबिक यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने बताया कि ट्रांसजेंडर छात्रों को अलग श्रेणी के तहत दाखिला दिया जाएगा. पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम में इन छात्रों को ओबीसी कोटे के अंतर्गत स्पेशल कैटेगरी में नामांकित किया जाएगा.
डीयू रजिस्ट्रार अलका शर्मा ने बताया, 'हमारी इसी साल से अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम में भी ट्रांसजेडर छात्रों को एडमिशन देने की योजना थी, लेकिन प्रशासनिक वजहों से यह संभव नहीं हो पाया. 2015-16 से हम इसे लागू कर देंगे.'
अलका शर्मा ने बताया कि ट्रांसजेंडर छात्रों के एडमिशन की पहल यूनिवर्सिटी ने यूजीसी की ओर से कोई निर्देश मिलने से पहले ही कर दी थी.
एलजीबीटी (लेस्बियन, गे, बाइ-सेक्सुअल और ट्रांसजेंडर) कार्यकार्ताओं ने फैसले का स्वागत किया है. साथ ही उन्होंने डीयू प्रशासन, शिक्षकों और छात्रों से यूनिवर्सिटी को ट्रांसजेंडर मुद्दों के लिए और संवेदनशील बनाने की अपील की है.