दिल्ली पुलिस का नारा है 'सदैव आपके साथ', लेकिन नेबसराय इलाके में जो हुआ, उसके बाद आपका इस नारे से भरोसा उठ जाएगा. आरोप है कि ऑटोवाले से रिश्वत ना मिलने पर गुस्साए पुलिसवालों ने उसके पिता को जिंदा जला दिया. ऑटोवाले का पिता अस्पताल में जिंदगी के लिए जंग लड़ रहा है. मामले में दोनों कॉन्स्टेबल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है.
ऑटोवाले के पिता उदयचंद इस वक्त अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं. डॉक्टरों को मुताबिक उदयचंद का शरीर 85 फीसदी जल गया है. उदयचंद के बेटे का आरोप है कि उसके पिता को इस हाल में पहुंचाने वाले हैं दिल्ली पुलिस के दो कॉन्स्टेबल.
उदयचंद के बेटे नवीन के मुताबिक, 'राजकुमार और सुरेंद्र नाम के दो कॉन्स्टेबल मेरे से साढे 10 हजार रुपए मांगने लगे, नहीं तो ऑटो बंद करने की धमकी देने लगे. मैंने 7 हजार रुपये दे दिए लेकिन 4 दिनों से वो मुझे ऑटो नहीं दे रहे थे. आज (शनिवार) दोनों ने मेरे साथ गाली-गलोच कर मारपीट की तो मैंने घर पर फोन किया. मेरे पिताजी आए और पुलिस वालों से कहा कि मेरे बेटे ने ऐसा क्या कर दिया कि तुमने इतना मारा पीटा. फिर वो मेरे पिताजी को ट्रक के पीछे ले गए और तेल डाल कर जला दिया.'
दिल्ली के नेबसराय में रहने वाले उदयचंद का बेटा नवीन ऑटो चलाता है. वो इलाके में ही अपना ऑटो खड़ा करता है. नवीन का आरोप है कि दिवाली पर थाने के 2 बीट कॉन्स्टेबल ने साढ़े 10 हजार रुपये मांगे, लेकिन वह 7 हजार ही दे पाया.
नवीन के मुताबिक रिश्वत के बाकी साढ़े तीन हजार रुपये ना देने से खफा दोनों बीट कॉन्स्टेबल ने उसका ऑटो खड़ा कर लिया. जब उसने ऑटो वापस मांगा तो दोनों ने उसके साथ गाली-गलौज और मारपीट की. नवीन का आरोप है कि जब मौके पर उसके पिता उदयचंद पहुंचे तो उन्होंने दोनों कांस्टेबल से मारपीट की वजह पूछी, जिससे खफा दोनों कॉन्स्टेबल ने उसके पिता को तेल डालकर जला दिया.
हालांकि दोनों आरोपी कॉन्स्टेबल पर केस दर्ज कर लिया गया है, लेकिन कोई पुलिस ऑफिसर इस मसले पर बोलने को तैयार नहीं है. मामले की जांच जारी है, लेकिन सवाल ये है कि क्या अपने ही दो कॉन्स्टेबल के खिलाफ पुलिस निष्पक्ष जांच कर पाएगी.