आम आदमी पार्टी के दो पूर्व विधायकों ने पार्टी में ‘अंदरूनी लोकतंत्र की कमी’ का आरोप लगाते हुए आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जताई है. हालांकि AAP ने कहा है कि दोनों के फिर से चुनाव लड़ने या नहीं लड़ने पर अंतिम निर्णय अभी नहीं किया गया है.
रोहिणी से AAP के पूर्व विधायक राजेश गर्ग आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं. तिमारपुर से पार्टी के पूर्व विधायक हरीश खन्ना दो दिन पहले ऐसा ही ऐलान कर चुके हैं. खन्ना ने कहा, ‘मैंने पार्टी को बता दिया है कि मैं चुनाव लड़ने को इच्छुक नहीं हूं. पार्टी के अंदर लोकतंत्र की कमी के कारण मैंने यह निर्णय किया है.’ खन्ना ने आरोप लगाया कि अपने विधायकों की बात सुने बगैर पार्टी निर्णय करती है.
खन्ना ने कहा, ‘पार्टी ने जब भी किसी मुद्दे पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई, उन्होंने निर्वाचित सदस्यों की बात नहीं सुनी. मेरा पार्टी के अंदर कुछ लोगों से मतभेद था और पार्टी जिस तरीके से काम कर रही थी उससे मैं खुश नहीं था. मैंने छह जुलाई को केजरीवाल को अपने रुख से सूचित किया और मैं फिर दोहराता हूं कि मैं आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा.’
बहरहाल खन्ना ने कहा कि वह पार्टी के लिए काम करते रहेंगे और आप के अंदर अंदरूनी लोकतंत्र की लड़ाई जारी रखेंगे क्योंकि पार्टी को अपने निर्वाचित सदस्यों की बात सुननी चाहिए.