
दिल्ली के शाहदरा जिले में एक ई-रिक्शा चालक की चौकसी ने दो नाबालिग लड़कियों के अपहरण को नाकाम कर दिया. पुलिस ने आरोपी शख्स को दोनों नाबालिग लड़कियों को अगवा करते हुए गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने दोनों बच्चियों के उसके माता पिता को सौंप दिया है. दिल्ली पुलिस ने ई-रिक्शा चालक को उसके इस सराहनीय काम के लिए उचित इनाम दिया.
ई-रिक्शा चालक ने पुलिस को दी थी सूचना
4 मार्च को सुबह 10.30 बजे पुलिस थाना विवेक विहार में दो नाबालिग बच्चियों के अपहरण को लेकर एक कॉल आई थी. जिसकी जांच स्थानीय पुलिस को सौंपी गई. इसके बाद शाहदरा की ट्रैफिक और लॉकल पुलिस हरकत में आई. तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मौके से आरोपी शख्स को दोनों बच्चियों के साथ गिरफ्तार किया. दोनों बच्चियां सुरक्षित हैं. उन्हें उनके माता-पिता को सौंप दिया गया है, जो मजदूरी का काम करते हैं.
भीग मंगवाने के लिए किया गया था अपहरण
बच्चियों को अगवा करने में गिरफ्तार आरोपी शख्स की पहचान संजय के रूप में हुई है. वह बिहार के छपरा जिले का रहना वाला है. उसकी उम्र 40 साल है. पहले तो आरोपी संजय ने पुलिस को मामले में कुछ भी जानकारी नहीं दी. लेकिन पुलिस के लगातार पूछताछ करने पर आरोपी संजय ने खुलासा किया कि उसने दोनों लड़कियों को भीख मंगवाने के लिए अगवा किया था.
पुलिस के गिरफ्त में कैसे फंसा आरोपी शख्स
ई-रिक्शा चालक ब्रह्मदत्त राजपूत (20 वर्षीय) ने पुलिस को सूचित किया कि दो छोटी लड़कियों को लेकर एक शख्स बालाजी मंदिर विवेक विहार से चिंतामणि चौक के लिए अपने ई-रिक्शा में सवार हुआ है. ब्रह्मदत्त राजपूत के मुताबिक उसे आरोपी शख्स की गतिविधियां कुछ संदिग्ध लगीं. इसलिए उसने आरोपी शख्स से लड़कियों के बारे में पूछताछ की. आरोपी उसे संतोषजनक जवाब नहीं दे सका. इसके बाद उसने पुलिस को इस बारे में सूचना दी.
ई-रिक्शा चालक ब्रह्मदत्त राजपूत ने दो छोटी लड़कियों (7 साल और 4 साल की) की जान बचाकर अनुकरणीय साहस परिचय दिया है. उसने लोगों के लिए एक उदाहरण पेश किया है कि कैसे जनता दिल्ली पुलिस की आंख और कान बन सकती है और अपराध को रोकने में पुलिस की मदद कर सकती है.