Ukraine-Russia war: रूस-यूक्रेन के बीच जंग जारी है. युद्ध के पांचवें दिन आज दोनों देश बातचीत की टेबल पर आ गए हैं. इसी बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वहां से निकालने के लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन गंगा अभियान चलाया है. इसके तहत 4 केंद्रीय मंत्रियों को इस काम में लगाया गया है, ये केंद्रीय मंत्री वहां जाकर भारत के लोगों को निकालने की कोशिश करेंगे. बता दें कि इसी के तहत केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह (General VK Singh) को पोलैंड भेजा जा रहा है.
पोलैंड जाने से पहले जनरल वीके सिंह ने Aajtak.in से बात करते हुए बताया कि युद्ध के समय लोगों में अफरातफरी मच जाती है, ऐसा होना भी स्वभाविक है, लेकिन हम यूक्रेन में फंसे लोगों से अपील करते हैं कि धैर्य रखें, परेशान न हों. सभी को वहां से निकाला जाएगा.
युद्ध में खुद का बचाव करना जरूरी
इस दौरान जनरल वीके सिंह ने कहा कि जब युद्ध के हालात बनते हैं, जो जिस देश में ऐसा होता है उस देश की तरफ से एक एडवाइजरी जारी की जाती है, इसका पालन करना बेहद जरूरी होता है. युद्ध में खुद का बचाव करना जरूरी होता है. क्योंकि इसी के तहत वहां फंसे लोगों को निकालना संभव होता है.
'यूक्रेन में फंसे लोगों को निकालने के लिए ही जा रहे'
जनरल वीके सिंह ने कहा कि यूक्रेन में हालात बेहद क्रिटिकल हैं, इसलिए वहां फंसे लोगों को निकालने के लिए हम लोग वहां जा रहे हैं. भारत सरकार अपने नागरिकों को निकालने की पूरी कोशिश कर रही है. युद्ध के दौरान लोग डर जाते हैं, लेकिन डरने की जरूरत नहीं हैं, जो फंसे हैं वो लोग औऱ उनके पैरेंट्स भी धैर्य रखें.
क्लियरेंस में परेशानी नहीं
जनरल वीके सिंह ने कहा कि जब एक देश में युद्ध के हालात हों तो पड़ोसी देश के सहारे ही लोगों को निकाला जा सकता है. ऐसे में दोनों देशों को बॉर्डर गार्ड एक्टिव रहते हैं. जांच काफी सख्त होती है, इसलिए ऐसे हाल में थोड़ी परेशानी आ सकती है. दोनों देशों के सुरक्षाबल जांच तो करते ही हैं. शांति बनाकर रखें. उन्होंने कहा कि पॉलैंड से लोगों को लाने में कोई दिक्कत नहीं है. क्लियरेंस में परेशानी नहीं हो रही है.
ये भी पढ़ें