दिल्ली वालों को बिजली सप्लाई में राहत भले न मिल रही हो, लेकिन मनोवैज्ञानिक राहत इस बात से मिल सकती है कि उनके चुने नेता-मंत्री काम कर रहे हैं. देर रात केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने महारानीबाग-गाजीपुर अल्टरनेट लाइन के निर्माण का जायजा लिया और अधिकारियों की तारीफ के पुल भी बांधे.
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने अपने एक्शन के लिए बुधवार आधी रात का वक्त चुना. आधी रात को दिल्ली में घूम-घूमकर पीयूष गोयल ने दिल्ली की दुरुस्त की जा रही पावर लाइंस का जायजा लिया, कर्मचारियों और अधिकारियों का हौसला बढ़ाया और जनता का दिल जीतने की हर मुमकिन कोशिश की.
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल का औचक निरीक्षण अभियान ठीक आधी रात 12 बजे शुरू हुआ. अपने पंडारा पार्क आवास से निकले गोयल ने कहा कि काम दुरुस्त करने का सबसे अच्छा तरीका है बिना बताए पहुंच कर खबर लेना. पहले गोयल ने बवाना जाने का फैसला किया था, लेकिन पूर्वी दिल्ली में गहराते बिजली संकट को देखते हुए महारानीबाग-गाजीपुर पावर लाइन के निर्माण कार्य का जायजा सबसे पहले लिया.
रात साढ़े बारह बजे पीयूष गोयल का काफिला मयूर विहार डीएनडी होता हुआ यमुना किनारे पहुंचा. यहां पर महारानी बाग गाजीपुर के लिए अल्टरनेट लाइन बनाने का काम चल रहा है. सरकारी रफ्तार से काम यूं तो महीनों का है, लेकिन उर्जा मंत्री के आदेश पर काम दस दिन में पूरा होने का दावा किया जा रहा है.
पीयूष गोयल ने अधिकारियों को कम से कम समय में काम पूरा करने की बात कही और उनका हौसला भी बढ़ाया. उन्होंने कहा कि देश को और दिल्लीवालों को उन पर नाज है. पीयूष गोयल ने दिल्ली को 24 घंटे बिजली देने के लिए दो हफ्ते का वक्त मांगा है. उनका दावा है कि पिछले दो दिनों में हालात में सुधार आया है. इसके साथ ही ये भी कि अगर अधिकारी इसी रफ्तार से काम करते रहे तो पूरे देश में बिजली पहुंचाने का प्रधानमंत्री का सपना पूरा होने में लंबा वक्त नहीं लगेगा.