नोएडा के थाना फेज-2 इलाके के जीतराम कॉलोनी में सब सामान्य चल रहा था. लोग अपनी आम दिनचर्या को जी रहे थे. लेकिन एक दिन अपनी भाभी से मिलने आए एक शख्स के आने से कॉलोनी में भूचाल आ गया. अचानक कॉलोनी की फिजा खूनी लगने लगी और कॉलोनी मातम में डूब गई.
लालच, इंसानियत और हैवानियत की यह दास्तान आपको हिलकार रख देखी. यही नहीं, आप यह सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि लालच में इंसान कितना गिर सकता है. दरअसल, पैसे और संपत्ति की भूख में यहां एक किरायेदार ने अपने मकान मालिक और उसकी बेटी को न सिर्फ मौत के घाट उतारा बल्कि उनकी लाश को ठिकाने लगाकार घर पर अवैध कब्जा कर मालिकों की तरह रहने लगा.
बेटी के साथ अकेली रहती थी राजबाला
जीतराम कॉलोनी में पति वीर सिंह की मौत के बाद विधवा राजबाला और उसकी बेटी प्रियंका अकेली रहती थी. उनका संबंधियों से मिलना-जुलना भी कम हो गया था, ऐसे में वर्षों से कोई उनसे मिलने भी नहीं आया था. पड़ोस में ही रहने वाले बॉबी और उसके परिवार के सदस्य ने पहले राजबाला से संबंध बढ़ाए फिर बहलाकर मकान में बतौर किरायेदार रहने लगे.
लाश को कार में बंद कर यमुना में बहाया
जानकारी के मुताबिक किरायेदार बनने के बाद बीते साल अक्टूबर महीने में बॉबी ने अपने दोस्तों और संबंधियों के साथ मिलकर मां-बेटी की हत्या कर दी. हत्यारों ने विधवा राजबाला और उनकी बेटी की लाश को ठिकाने लगाने के लिए उन्हीं की कार का इस्तेमाल किया. आरोपी का कहना है कि उसने राजबाला की कार में लाश डालकर शवों को यमुना में फेंक दिया और मकान पर कब्जा कर लिया.
देवर के आने से हुआ खुलासा
बॉबी और उसका परिवार बीते पांच महीनों से राजबाला के मकान में बड़े ठाठ से रह रहा था, लेकिन एक दिन अचानक राजबाला का देवर उन्हें ढूंढता हुआ आया. जानकारी के मुताबिक जब देवर ने अपनी भाभी राजबाला के बारे में पूछा तो बॉबी ने राजबाला को जानने से इनकार कर दिया. बस यहीं से देवर को शक हुआ और उसने राजबाला और उसकी बेटी के अपहरण की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज करा दी.
हत्यारे ने कबूल किया गुनाह
रिपार्ट दर्ज होने के बाद पुलिस भी इसे अपहरण का ही मामला समझ रही थी, लेकिन जब राज खुला तो सभी सकते में आए गए. हत्यारे बॉबी ने पुलिस की पूछताछ में न सिर्फ हत्या की बात स्वीकार की बल्कि वारदात की परत दर परत जानकारी दी. पुलिस ने बॉबी और उसके साले को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि फरार तीन अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है.
नहीं मिली है लाश...
बॉबी ने पुलिस को बताया कि उसने अपने परिवार ओर दोस्त के साथ मिलकर मकान पर कब्जा करने की नीयत से विधवा राजबाला और उसकी बेटी प्रियंका की हत्या की. उसने बताया कि हत्या के बाद उसने राजबाला की मारुति 800 कार में शवों को ले जाकर यमुना में बहा दिया. हालांकि तमाम कोशिशों के बावजूद पुलिस को राजबाला और प्रियंका की लाश अभी तक नहीं मिली है.
पुलिस के मुताबिक, पड़ोसियों ने बताया कि घर की फर्श हाल ही बनाई गई है. पुलिस को शक हुआ तो उसने घर की खुदाई भी कर डाली, लेकिन शव बरामद नहीं हुए.
बहरहाल, जहां अब पुलिस को फरार आरोपियों के साथ ही शव की तलाश है, वहीं कॉलोनी इस सनसनीखेज खुलासे से सकते में है.