यमुना में आयी बाढ़ ने दिल्लीवासियों की रसोई का बजट भी बिगाड़ दिया है. खेतों में पानी भरने की वजह से सब्जियों की फसल खराब हो गई है. इससे सब्जियों की कीमतें बढ़ना शुरू हो गई हैं. आने वाले दिनों में सप्लाई कम होने से सब्जियों के दाम आसमान छूने की आशंका है.
बारिश और बाढ़ के कारण दिल्ली में जो सब्जियां आ रही हैं वो भी महंगी हो गई है. सब्जियों की कीमतों में 400 फीसदी तक का इजाफा हो गया है. थोक रेट की बात करें तो जमकर बारिश होने के बाद आलू 16 के बजाय 20 रुपये, प्याज 12 के बजाय 20 रुपये, भिंडी 20 के बजाय 30 रुपये, टमाटर 10 से बढ़कर 20 रुपये, बैंगन 15 से बढ़कर 40 रुपये, लौकी की कीमत तो चार गुनी बढ़ गई है.
लौकी अब 5 के बजाय 20 रुपये किलो बिक रही है. करेला भी 10 से बढ़कर 40 रुपये किलो हो गया है. पत्ता गोभी 10 से बढ़कर 15 रुपये किलो हो गयी है. तोरी की कीमत 25 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 40 रुपये किलो हो गई है. टिंडा 15 से बढ़कर 20 रुपये किलो हो गया है.
आजादपुर सब्जी मंडी के एक दुकानदार का कहना है, ‘माल पीछे से आ नहीं रहा है.’ बाढ़ और बारिश की वजह से तो दिल्ली वालों पर महंगाई का कहर टूट पड़ा है. जो सब्जियां थोक मंडी में इतनी महंगी है, सोचिए खुदरा मंडी में आते-आते उनका क्या हाल हो रहा है होगा.
जाहिर है बारिश ने किचन का बजट भी बिगाड़ दिया है. पहाड़गंज में एक खरीददार ने कुछ इस तरह बयां किया महंगाई का दर्द, ‘सब कुछ महंगा हो गया है. तीस रुपये से नीचे कुछ मिल नहीं रहा.’ बाढ़ और बारिश की वजह से सब्जियों के दामों में इजाफा हुआ है और प्याज, टमाटर समेत कई सब्जियां दोगुने से भी ज्यादा दाम में मिल रही है.