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केजरीवाल सरकार ने मोदी सरकार के सामने रखे ये 5 बड़े मुद्दे

केजरीवाल सरकार में शहरी विकास और लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार की सुबह केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू के सामने दिल्ली-एनसीआर के विकास से जुड़े कई मुद्दों को रखा. जैन विज्ञान भवन में हुई एनसीआर प्लानिंग बोर्ड की बैठक में दिल्ली सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे थे.

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दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन

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केजरीवाल सरकार में शहरी विकास और लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार की सुबह केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू के सामने दिल्ली-एनसीआर के विकास से जुड़े कई मुद्दों को रखा. जैन विज्ञान भवन में हुई एनसीआर प्लानिंग बोर्ड की बैठक में दिल्ली सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे थे.

सत्येंद्र जैन ने केंद्र सरकार के सामने रखे ये 5 बड़े मुद्दे:
1. दिल्ली में यमुना की सफाई को लेकर सत्येन्द्र जैन ने केंद्र से कहा कि 15-20 सालों से यमुना की सफाई का मुद्दा चल रहा हैं, लेकिन अभी तक सफाई नहीं हो पाई है. इसलिए केन्द्र सरकार को चाहिए कि यमुना की सफाई के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन की तर्ज पर स्पेशल पर्पज व्हीकल का गठन होना चाहिए, ताकि समय रहते दिल्ली में यमुना की सफाई हो सके.

2. सत्येंद्र जैन ने केन्द्र सरकार से अपील की है कि अगर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर केंद्र सरकार प्रदूषण के लिए कोई प्लान लागू करे, तो दिल्ली सरकार को समय दें. जैसे प्रदूषण बढ़ता है तो ऑड-ईवन लागू करने से पहले प्रचार करने और लोगों को जागरूक करने का वक्त चाहिए होगा.

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3.सत्येंद्र जैन ने केंद्र को बताया कि प्रदूषण बढ़ने पर अक्सर दिल्ली में निर्माण कार्य बंद होने की सिफारिश की जाती है. लेकिन देखने में आया है कि निर्माण कार्यों पर पांबदी लगाने से सारे मजदूर पलायन कर देते हैं. ऐसे कई प्रोजेक्ट हैं, जिन पर मजदूर निर्माण कार्य बंद होने के बाद अपने घर वापस चले गए और अभी तक वापस नहीं आए. इसलिए आगे से निर्माण कार्यों पर पांबदी को लेकर भी विचार होना चाहिए.

4. सत्येंद्र जैन ने इस बैठक में ईस्टर्न और वेस्टर्न कॉरिडोर के मुद्दे को भी उठाया. जैन ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ये कॉरिडोर तीन-चार माह में पूरा होने का दावा किया है लेकिन पहले भी उन्होने ऐसी ही डेडलाइन दी थी.

5. सत्येंद्र जैन ने बैठक में डीडीए की शिकायत करते हुए कहा कि महिपालपुर, रोहिणी और कंझावला में डीडीए की तीन अलग-अलग रिंग रोड बनाने का काम काफी लंबे समय से चल रहा है, लेकिन अभी तक पूरा नहीं हो पाया है. जिससे दिल्ली के भीतर ट्रैफिक जाम के साथ-साथ प्रदूषण की स्तिथि भी बढ़ रही है.

प्लांट बंद करने के सुझाव पर भी चर्चा
इसके अलावा जैन ने बैठक में आईआईटी कानपुर से मिले सुझाव के बारे में बताया जिसमें दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली-एनसीआर के तीन सौ किलोमीटर दायरे में पॉवर प्लांट बंद करने की बात कही गई है. इसमें दादरी और झंझर प्लांट बंद करने की सिफारिश आईआईटी कानपुर ने दी है.

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