दिल्ली में शराब घोटाले की आंच अब सीधे सीएम कुर्सी तक पहुंच गई है, जिसकी जद में खुद अरविंद केजरीवाल आ गए हैं. इस मामले में लगातार जांच और पूछताछ कर रही सीबीआई ने सीएम केजरीवाल को 16 अप्रैल को पूछताछ के लिए बुलाया है. पूछताछ की तारीख सामने आने के बाद, आम आदमी पार्टी जहां एक ओर प्रतिशोध और बदले की राजनीति का आरोप लगा रही है, तो वहीं जांच एजेंसियों का कहना है कि उनके पास दिल्ली के सीएम के खिलाफ सबूत हैं, जिसके आधार पर उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
पहला आरोपः सीएम केजरीवाल ने की थी समीर महेंद्रू से बात
असल में, इस मामले में ईडी की ओर से अभी जल्द ही चार्जशीट दायर की गई थी. इसके अनुसार, सीएम केजरीवाल ने शराब कारोबारी और आबकारी नीति घोटाले के मुख्य आरोपी समीर महेंद्रू से फेसटाइम कॉल पर बात की थी. ये बातचीत आम आदमी पार्टी के संचार प्रभारी विजय नायर ने कराई थी. ईडी के मुताबिक, पिछले साल 12 और 15 नवंबर को पूछताछ के दौरान समीर महेंद्रू ने अधिकारियों को बताया था कि विजय नायर ने अरविंद केजरीवाल के साथ उनकी मुलाकात तय की थी, लेकिन जब बात नहीं बन पाई तो विजय ने उनसे फेसटाइम कॉल पर सीएम अरविंद केजरीवाल से वीडियो कॉल के जरिए बात कराई थी.
दूसरा आरोपः विजय नायर को सीएम केजरीवाल ने दी शह
ईडी का कहना है कि इस बातचीत में अरविंद केजरीवाल ने समीर महेंद्रू से कहा कि 'विजय नायर उनका लड़का है', वह उस पर भरोसा कर सकते हैं और उन्हें विजय के साथ रहना चाहिए." इस घोटाले में नायर आरोपियों में से एक हैं. जांच एजेंसी के अनुसार, समीर महेंद्रू और विजय नायर ने कथित तौर पर दिल्ली शराब नीति घोटाले में दूसरों के साथ मिलकर साजिश रची थी. ईडी के मुताबिक, समीर महेंद्रू विजय नायर के साथ मिलकर काम कर रहा था और वह राजनेताओं और शराब कारोबारियों के साथ कई बैठकों का हिस्सा भी रहा था.
तीसरा आरोपः आंध्र प्रदेश के सांसद से भी सीएम ने की थी बात
इसके बाद समीर महेंद्रू को विजय नायर के कद और रुतबे को लेकर भरोसा हो गया था. इससे यह भी क्लियर हो गया कि विजय नायर को पार्टी के संयोजक और दिल्ली सरकार सीएम अरविंद केजरीवाल सहित आप के अन्य शीर्ष नेताओं ने समर्थन दिया था. ईडी ने यह भी उल्लेख किया था कि केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में शराब के कारोबार के सिलसिले में आंध्र प्रदेश के एक सांसद मगुनता श्रीनिवासलु रेड्डी से मुलाकात की थी. दो प्रमुख गवाहों ने सीबीआई को यह भी बताया है कि अरविंद केजरीवाल की उपस्थिति में आबकारी अधिकारी को आबकारी नीति की मसौदा प्रति उन्हें दी गई थी जिसे बाद में लागू किया गया था.