scorecardresearch
 

डूसू चुनाव में कम मतदान, छात्र संगठनों को उम्मीद पूरी

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव शुक्रवार को सम्पन्न हुआ. दिल्ली यूनिवर्सिटी में सुबह की वोटिंग का 35.89 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. सुबह 8.30 से शुरू हुई वोटिंग में 10 बजे तक मतदान ठंडा रहा लेकिन इसके बाद वोटिंग की रफ्तार में थोड़ी रवानगी आई.

Advertisement
X
डूसू चुनाव में कम मतदान, छात्र संगठनों को उम्मीद पूरी
डूसू चुनाव में कम मतदान, छात्र संगठनों को उम्मीद पूरी

Advertisement

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव शुक्रवार को सम्पन्न हुआ. दिल्ली यूनिवर्सिटी में सुबह की वोटिंग का 35.89 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. सुबह 8.30 से शुरू हुई वोटिंग में 10 बजे तक मतदान ठंडा रहा लेकिन इसके बाद वोटिंग की रफ्तार में थोड़ी रवानगी आई.

इस बार नोटा भी रहा ऑप्शन
इस दौरान सभी छात्र संगठन अपने कार्यकर्ताओं के सहारे वोटर्स को हॉस्टल और रूम्स से निकलकर वोट करने के लिए मनाते रहे. इस बार के चुनाव में मुख्य मुकाबला एबीवीपी और एनएसयूआई के बीच रहा, लेफ्ट छात्र संगठन ने गर्ल्स कॉलेजों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. इस बार पहली बार नोटा बटन को भी रखा गया, कई छात्रों ने नोटा दबाकर अपनी नापसंदगी जाहिर की.

कई मुद्दों पर की वोटिंग
छात्रों ने कई मुद्दों को ध्यान में रखते हुए वोटिंग की. संस्कृत ऑनर्स की छात्रा वैशाली ने बताया कि नार्थ-ईस्ट के छात्रों की सुरक्षा और गर्ल्स हॉस्टल के मुद्दे पर उन्होंने वोट किया है जबकि वाईफाई जैसे पॉपुलर वादे पर भी ऐतबार कर कई छात्रों ने वोट किया. ज्ञात हो कि डूसू की चारों सीटें एबीवीपी के पास हैं और ऐसे में अगर एनएसयूआई 2 या 3 सीट भी निकाल पाती है तो डीयू में उसकी वापसी हो जाएगी.

Advertisement

शनिवार को आएंगे नतीजे
इसी कवायद में कांग्रेस नेता अजय माकन समेत कई कांग्रेसी दिग्गज दिल्ली विश्वविद्यालय में घूमते रहे. अब शनिवार को आने वाले नतीजे ही यह साबित करेंगे कि चुनाव में किसको छात्रों ने पसंद किया और किसको नापसंद.

Advertisement
Advertisement