'मेरा कुछ सामान तुम्हारे पास पड़ा है, वो लौटा दो.' दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चंदा देने वाले उनके कुछ समर्थक आज कल ऐसा ही कह रहे हैं. केजरीवाल को 'बहुचर्चित' नीली वैगन आर दान करने वाले ने भी अपनी कार वापस मांग ली है.
#IDemandMyDonationBackFromAAP: My blue WAGONR,my Bike&lacs of rupees that I donated2AAP http://t.co/XT2UYLkGlX @shashiranjanttv @ravishndtv
— Kundan Sharma (@kundan_scorpio) April 4, 2015
पूर्व AAP समर्थक कुंदन शर्मा ने ने ट्वीट करके न सिर्फ अपनी कार, बल्कि चंदे के रूप में दी गई रकम भी वापस मांगी है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि मुझे मेरी कार, बाइक और वे लाखों रुपये वापस चाहिए जो मैंने और मेरी पत्नी श्रद्धा ने AAP को दिए थे.
I will b happy if AAP can giv right2get refund of donation instead of right2recall balyan types MLA. Latter looks impossible. So do easy 1.
— Kundan Sharma (@kundan_scorpio) April 2, 2015
AAP से योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को निकाले जाने से खफा कुंदन ने पार्टी पर जमकर कटाक्ष किए. उन्होंने लिखा, 'मैं खुश हो जाऊंगा अगर पार्टी बालयान जैसे विधायकों के लिए 'राइट टु रिकॉल' लाने के बजाय, हमें चंदा वापस लेने का अधिकार दे दे. क्योंकि राइट टु रिकॉल तो असंभव लग रहा है.'
I was die hard fan of AK when I saw AAP from 10000ft & lost hope when I saw it from 10ft. All that glitter is not gold.
— Kundan Sharma (@kundan_scorpio) April 3, 2015
गौरतलब है कि द्वारका में रहने वाले कुंदन ने अपनी पत्नी के नाम से रजिस्टर्ड ब्लू वैगनआर कार आम आदमी पार्टी को दान कर दी थी. 'निर्भया' मामले में पार्टी की सक्रियता से प्रभावित होकर उन्होंने यह कार दान में दी थी. केजरीवाल ने अपने पहले मुख्यमंत्री कार्यकाल में इसी कार का इस्तेमाल किया था. तब उनकी यह कार मीडिया के कैमरों और अखबारों के फ्रंट पेज पर छाई रही थी. जनवरी में रेल मंत्रालय के पास धरने के वक्त केजरीवाल इसी कार के बगल में सड़क पर सोए थे. बाद में AAP की ओर से यह कार पार्टी के रोहतक उम्मीदवार को दे दी गई.
अगर प्रशांत योगेंद्र की सारी माँगें माँग ली गई इसका मतलब वो माँगें सही थी तो फिर सही माँग करने वालों को पार्टी से बाहर क्यों निकाला?
— Kundan Sharma (@kundan_scorpio) April 5, 2015
मुझे सिर्फ़ अरविंद सिर्फ़ प्रशांत नहीं चाहिए था दोनो चाहिए थेAAPके लिए पर एक को चुनने को कहा गया!I lost faith in Politics al2gether
— Kundan Sharma (@kundan_scorpio) April 4, 2015
कार दान करने के लिए उन्होंने दिलीप पांडे को ईमेल किया था. कुंदन बताते हैं कि 1 जनवरी 2013 को केजरीवाल से उनकी फोन पर बात भी हुई थी. 3 जनवरी 2013 को एक शख्स द्वारका स्थित उनके घर से कार ले गया. कुंदन के पास डोनेशन का सर्टिफिकेट भी है जो AAP की ओर से उन्हें दिया गया था. पढ़िए: केजरीवाल की नीली कार की पूरी कहानी