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दिल्ली के कई इलाकों में हो सकती है पानी की भारी किल्लत, 2 वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद

मंगलवार का दिन दिल्ली के लोगों के लिए भारी पड़ सकता है. भारी इस मायने में कि राजधानी के कई इलाकों में पानी की कमी हो सकती है. वजह है दिल्ली में पानी को साफ कर उन्हें सप्लाई करने वाले दो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को आंशिक रूप से बंद कर दिया गया है जिससे पानी की सप्लाई कई इलाकों में बाधित होने की आशंका है.

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मंगलवार का दिन दिल्ली के लोगों के लिए भारी पड़ सकता है. भारी इस मायने में कि राजधानी के कई इलाकों में पानी की कमी हो सकती है. वजह है दिल्ली में पानी को साफ कर उन्हें सप्लाई करने वाले दो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को आंशिक रूप से बंद कर दिया गया है जिससे पानी की सप्लाई कई इलाकों में बाधित होने की आशंका है. सरकार बनाते ही अरविंद केजरीवाल के लिए भी ये एक बड़ा झटका है.

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पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की करिश्माई जीत, उसके बाद रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण का और फिर दिल्लीवालों के सामने 3 महीने तक हर रोज 666 लीटर मुफ्त पानी देने का एतिहासिक एलान. हमेशा से पानी को तरसती राजधानी की जनता को लगा कि बस अब तो जीवनदायिनी जल से उनकी जिंदगी लबालब हो जाएगी.

लेकिन दिल्ली की जनता के लिए बुरी खबर है क्योंकि दिल्ली को पानी सप्लाई करने वाले वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में से 2, वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और चंद्रावल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को पानी में प्रदूषण की वजह से आंशिक रूप से बंद कर दिया गया है. दिल्ली जल बोर्ड के इस फैसले के बाद दिल्ली के कई इलाकों में पानी की भारी किल्लत हो सकती है.

खासकर पूर्वी दिल्ली, उत्तर पूर्वी दिल्ली, पुरानी दिल्ली और नई दिल्ली में लोग पानी के लिए परेशान हो सकते हैं. ये वो इलाके हैं जहां वजीराबाद प्लांट से पानी को साफ करके घरों तक सप्लाई की जाती है. दिल्ली जल बोर्ड के इस फैसले से दिल्ली के प्रभावित इलाकों में रहनेवाले लोगों में पानी को लेकर हड़कंप मच गया है.

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हालांकि पानी की सप्लाई पर असर पड़ने के पीछे नई नवेली केजरीवाल सरकार की कोई हिस्सेदारी नहीं है क्योंकि फैसला कुछ और वजहों से लिया गया है.

गौरतलब है कि वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 120 मिलियन गैलन प्रति दिन की है, जबकि चंद्रावल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 90 मिलियन गैलन प्रति दिन की है. इन दोनों वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी की सप्लाई वजीराबाद बैराज से होती है, लेकिन वजीराबाद बैराज में ही इक्ट्ठा होने वाले यमुना के पानी में प्रदूषण की वजह से अमोनिया की मात्रा सामान्य स्तर से ज्यादा बढ़ गई है. इसी वजह से आंशिक बंदी का फैसला लिया गया है क्योंकि पानी में अमोनिया की मात्रा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकती है.

वजीराबाद वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के आंशिक रूप से बंद होने से उत्तर पूर्वी दिल्ली के यमुना विहार, भजनपुरा, शाहदरा, दिलशाद गार्डन, सीलमपुर, गीता कॉलोनी जैसे इलाको में पानी की सप्लाई में कमी आने की आशंका है. जबकि चंद्रावल वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता प्रभावित होने से चांदनी चौक, सिविल लाइन, दरिया गंज, नई दिल्ली एरिया और आसपास के इलाकों में सप्लाई में बाधा आ सकती है.

पानी की इस संभावित किल्लत के पीछे की वजह ऐसी है कि कुछ अलग करने का दावा करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी कुछ नहीं कर सकते हैं. अब उम्मीद यही है कि दिल्ली की जीवनदायिनी यमुना में अमोनिया का स्तर जल्द से जल्द कम हो जिससे प्रभावित इलाकों में लोगों को पीने का साफ स्वच्छ पानी मुहैया हो सके.

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