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दिल्ली के कई इलाकों में पानी का संकट, केजरीवाल सरकार ने हरियाणा से मांगा ज्यादा पानी

दिल्ली के वजीराबाद में यमुना का जल स्तर 672.6 फीट रह गया है. यह सामान्य जल स्तर 674.5 फीट से 2 फीट कम है. दिल्ली जल बोर्ड ने हरियाणा को लिखे पत्र में मानसून आने तक अतिरिक्त 150 क्यूसेक पानी छोड़ने की अपील की है.

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दिल्ली में यमुना का जलस्तर लगातार घट रहा है. (फोटो- पीटीआई)
दिल्ली में यमुना का जलस्तर लगातार घट रहा है. (फोटो- पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • गर्मी के साथ साथ दिल्ली में बढ़ रहा पानी का संकट
  • वजीराबाद में यमुना के जलस्तर में आई कमी

राजधानी दिल्ली में भीषण गर्मी के साथ साथ पानी की संकट भी गहराने लगा है. दरअसल, यमुना नदी में पानी के प्रवाह में भारी कमी आई है. इसके चलते वजीराबाद में जल स्तर काफी तेजी से कम हो रहा है. ऐसे में दिल्ली जल बोर्ड ने हरियाणा सिचाई विभाग को पत्र लिखकर पानी छोड़ने की अपील की है. ताकि वजीराबाद में घटते स्तर को बढ़ाकर इस संकट से निपटा जा सके. इससे पहले अप्रैल में भी जल बोर्ड ने ऐसा ही पत्र हरियाणा को लिखकर पानी छोड़ने की मांग की थी. 

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जल बोर्ड ने पत्र में कहा है कि वजीराबाद में यमुना का जल स्तर 672.6 फीट रह गया है. यह सामान्य जल स्तर 674.5 फीट से 2 फीट कम है. पत्र में जल बोर्ड ने कहा, हरियाणा से नदी का पानी दिल्ली लाने वाले सीएलसी (कैरीड लाइनेड चैनल) और डीएसबी (दिल्ली सब-ब्रांच) में भी उतार चढ़ाव हो रहा है. सीएलसी में सामान्य 683 क्यूसेक के मुकाबले 563 क्यूसेक पानी है. इससे पानी का उत्पादन प्रभावित हो रहा है. 

दिल्ली जल बोर्ड ने हरियाणा से अतिरिक्त 150 क्यूसेक पानी छोड़ने की अपील की है, ताकि जल संकट से निपटा जा सके. इतना ही नहीं दिल्ली जल बोर्ड ने मांग की है कि मानसून तक इस अतिरिक्त पानी को छोड़ा जाए, जब तक यमुना में बारिश के चलते अतिरिक्त जल न आने लगे. 

दिल्ली जल बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि गर्मी से नदी का जलस्तर घट रहा है. उन्होंने कहा कि मंगलवार तक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट सामान्य स्तर पर काम कर रहे हैं, लेकिन नदी में पानी कम होने के कारण इन पर असर पड़ने की संभावना बनी हुई है. दिल्ली में पानी का संकट पिछले महीने भी हुआ था, उस वक्त यमुना के जल में अमोनिया का स्तर बढ़ गया था, ऐसे में दिल्ली जल बोर्ड के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स ने काम करना बंद कर दिया था. 

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अधिकारी ने बताया कि गर्मी में मांग बढ़ने के चलते शहर के कुछ हिस्सों में पानी की कमी की शिकायतें आ रही हैं. सर्दियों और गर्मियों के बीच मांग में अंतर लगभग 20% होने का अनुमान है. उन्होंने कहा, दिल्ली में पानी की कमी बनी हुई है और हम हरियाणा पर निर्भर हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड नलकूपों के माध्यम से आपूर्ति बढ़ाने का प्रयास कर रहा है, जो तापमान बढ़ने पर मांग को पूरा करने में भी विफल रहता है. 

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि वजीराबाद तालाब में निम्न स्तर और कैरियर-लाइन चैनल में कम प्रवाह ने चंद्रवाल, वजीराबाद, हैदरपुर, नांगलोई और द्वारका समेत कई वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में संचालन क्षमता कम हुई है. 

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