दिल्ली एनसीआर के तमाम इलाकों में पिछले 24 घंटों में मौसम का रूख पूरी तरह से बदल चुका है. बीती रात तेज हवाओं और बिजली की कड़क के साथ कई इलाकों में झमाझम बारिश का सिलसिला देखा गया. मौसम विभाग के तमाम स्टेशन्स पर इस मौसम की गतिविधियों को रिकॉर्ड किया गया.
मौसम विभाग के डीडीजीएम डॉ देवेंद्र प्रधान के मुताबिक पिछले 24 घंटों में दिल्ली एनसीआर समेत उत्तर भारत के तमाम मैदानी इलाकों में वायुमंडल में काफी अस्थिरता रही है. जहां एक तरफ वेस्टर्न डिस्टर्बेंस पहाड़ी इलाकों में बारिश-बर्फबारी कर रहा था तो वहीं दूसरी तरफ इसकी वजह से हरियाणा के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया. इसकी वजह से दिल्ली के पास में हरियाणा में एक वेदर सेल बना जिसके प्रभाव से डेढ़ किलोमीटर से लेकर 9 किलोमीटर की ऊंचाई तक वेदर एक्टिविटी शुरू हो गई.
डॉ. प्रधान के मुताबिक हरियाणा में बना वेदर सेल बीती रात बड़ी तेजी से दिल्ली की तरफ बढ़ा. इसकी वजह से गुड़गांव से लेकर दिल्ली-गाजियाबाद तक तेज हवाओं के बीच कड़क के साथ जोरदार बारिश रिकॉर्ड की गई. दिल्ली के आयानगर में 76 मिलीमीटर की भारी बारिश रिकॉर्ड की गई तो वहीं सफदरजंग ऑब्जर्वेटरी में 26 मिलोमीटर की बारिश रिकॉर्ड हुई. हवाओं की रफ्तार का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली में सफदरजंग में मौसम विभाग के वायुगति मापक यंत्रों में 93 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार रिकॉर्ड की गई. इस तेज हवा के अंधड़ की वजह से दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में पेड़ टूटने की भी घटनाएं रिकॉर्ड की गईं.
मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली एनसीआर में तेज हवाओं के साथ बिजली की गरज के बीच बारिश का सिलसिला अगले दो दिनों तक जारी रह सकता है. ऐसा अनुमान है कि इस गतिविधि के चलते बुधवार और गुरुवार रात को दिल्ली-एनसीआर में अंधड़ के साथ बारिश हो सकती है. इन सबके बीच राहत भरी खबर ये है कि दिल्ली और आसपास के इलाकों में तापमान 34 डिग्री सेल्सियस के आसपास बने रहेंगे. इसका सीधा सा मतलब ये हुआ कि दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के तमाम इलाकों को अगले तीन चार दिनों तक गरमी से राहत मिली रहेगी.