दिल्ली की सियासत एक बार फिर गरमा चुकी है, एक ओर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार बनाने की जुगत में है तो दूसरी ओर आम आदमी पार्टी (AAP) ने उस पर निशाना साधते हुए पूछा कि वो आखिरकार चुनाव से क्यों भाग रही है?
इंडिया टुडे माइंड रॉक्स समिट 2014 में हिस्सा लेने पहुंचे AAP के प्रवक्ता मनीष सिसोदिया ने कहा, 'अगर बीजेपी को लगता है कि आम आदमी पार्टी की शक्ति खत्म हो चुकी है तो वो चुनाव से क्यों डरते हैं?'
AAP के इस बयान पर पलटवार करते हुए दिल्ली बीजेपी चीफ सतीश उपाध्याय ने कहा, 'हम चुनाव के लिए तैयार हैं. दिल्ली विधानसभा चुनावों की घोषणा होने दीजिए.'
उपाध्याय ने कहा दिल्ली 17 फरवरी से राष्ट्रपति शासन के अधीन है और इस स्थिति से राज्य को बाहर निकालने के लिए हम किसी भी संवैधानिक समाधान का स्वीकार करेंगे. शनिवार को AAP के कुछ नेता राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मिलने वाले हैं. AAP लीडर्स राष्ट्रपति से मांग करेंगे कि दिल्ली के एलजी नजीब जंब बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता न दे.
वहीं दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा, 'बीजेपी दिल्ली में सौदा करके सरकार बनाना चाहती है. बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता देना लोकतंत्री की हत्या होगी. मैंने AAP विधायकों से कह दिया है कि अगर बीजेपी नेता उन्हें रिश्वत देने की कोशिश करें तो वो मना न करें बल्कि उसे कैमरे में रिकॉर्ड कर लें.'
इससे पहले खबर आई थी कि दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का न्योता भेजने का जो प्रस्ताव राष्ट्रपति को भेजा था उस पर गृहमंत्रालय ने सहमति जताई है. लेकिन फिलहाल बीजेपी के लिए 70 सीटों की विधानसभा में बहुमत साबित कर पाना दूर की कौड़ी नजर आती है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गृह मंत्रालय जल्द ही एलजी नजीब जंग के प्रस्ताव पर अपनी राय राष्ट्रपति के पास भेज देगा. जिसके बाद ही दिल्ली में नई सरकार बनाने की कवायद शुरू हो जाएगी.