ईवीएम हैक करने के लिए चुनाव आयोग की शर्तों से आम आदमी पार्टी खुश नही है. आयोग ने 3 जून को तमाम राजनीतिक दलों को ईवीएम हैक करने की चुनौती दी है. ईवीएम हैक करने का मौका उन्हीं राजनीतिक दलों को मिलेगा जो 26 मई की शाम 5 बजे तक हैकाथॉन के लिए रजिस्ट्रेशन करवाएंगे.
आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग के हैक करने की चुनौती पर सवाल खड़े करते हुए 24 मई को एक मांग पत्र चुनाव आयुक्त को सौंपा था. 'आप' ने मांग की थी कि 3 जून को ईवीएम से छेड़छाड़ या मदर बोर्ड को बदलकर हैक करने की अनुमति दी जाए. 'आप' नेता संजय सिंह ने कहा था कि चुनाव आयुक्त से जवाब आने के बाद ही पार्टी स्पष्ट करेगी कि वो 3 जून को हैकाथन में हिस्सा लेगी या नही.
फिलहाल चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी की मांगों को पूरी तरह से नकार दिया है. जिस पर 'आप' नेता संजय सिंह ने ट्वीट करके नाराज़गी ज़ाहिर की है.
EC को अपने safeguard पर भरोसा है,ये है safe game, EC ने कहा था motherboard बदलने पर EVM काम नही करेगा,EC मौक़ा दे,काम नही किया,तो हम ग़लत pic.twitter.com/j1H8oJZB3J
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) May 25, 2017
कौन समझदार लोग हैं जो आँखों से EVM tamper कर देंगे,क्या कोई गड़बड़ी करने वाला व्यक्ति EC की गाइड लाइन लेकर EVM tamper करेगा? https://t.co/3mzreZfXCI
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) May 25, 2017
ज़ाहिर है आम आदमी पार्टी चुनाव आयोग की शर्तों से संतुष्ट नही है. ऐसे में सवाल उठता है कि दिल्ली विधानसभा में डमी ईवीएम हैक करने वाली आम आदमी पार्टी, हैकाथन में हिस्सा लेगी या नही? फिलहाल तो इसकी संभावना कम ही लग रही है.
गौरतलब है कि बीते महीनों में पांच राज्यों के चुनाव संपन्न होने के बाद और उससे पहले से ही EVM पर सवाल उठे हैं. जहां कई विपक्षी पार्टियां इस पर हमलावर रही हैं. वहीं आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने एक प्रतीकात्मक EVM को दिल्ली विधानसभा के भीतर हैक करके भी दिखा दिया. इससे चुनाव आयोग भी दबाव में हैं और सबकुछ साफ करना चाहता है.