आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने जा रहे अरविंद केजरीवाल ने जनलोकपाल पर अपना इरादा जाहिर कर दिया है. सत्ता संभालने के बाद केजरीवाल 15 दिन के भीतर जनलोकपाल लाने की बात पर अड़े हैं, यही बात उन्होंने बुधवार को फिर दोहराई. केजरीवाल शनिवार को दोपहर 12 बजे दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. इसके लिए रामलीला मैदान पर तैयारी शुरू हो गई है. उधर, उपराज्यपाल ने केजरीवाल को बहुमत साबित करने के लिए 3 जनवरी तक का समय दिया है.
अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि भ्रष्टाचार एक बड़ा मुद्दा है और इसके लिए जनलोकपाल का लाया जाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि हालांकि इसमें कई तरह की कानूनी अड़चने हैं, मगर ये तमाम बाधाएं पार कर ली जाएंगी.
केजरीवाल ने कहा, '2002 में एक अमेंडमेंट हुआ था कि राज्य सरकार को कानून बनाने के लिए केंद्र सरकार से अनुमति लेनी होती है. ये तो अंग्रेजों वाला राज है. आजादी से पहले भारत सरकार को कोई कानून बनाने के लिए लंदन से अनुमति लेनी होती थी. पर अब हम आजाद हैं. चुनी हुई सरकार है. जब तक जनलोकपाल बन नहीं जाएगा, हम चुप नहीं बैठेंगे.'
बता दें कि शनिवार को अरविंद केजरीवाल शपथ लेने जा रहे हैं. इसके बाद उनकी प्राथमिकताओं में बिजली और पानी के बिल कम करना तथा जनलोकपाल के मुद्दे हैं. दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 28 सीटें जीतें थीं. बीजेपी के बाद AAP दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी.
शपथ समारोह के लिए अन्ना हजारे, किरण बेदी को न्योता
आम आदमी पार्टी के शपथ ग्रहण समारोह का न्योता अन्ना हजारे, किरण बेदी और जस्टिस संतोष हेगड़े को भेजा है. इस बारे में कुमार विश्वास ने बताया कि उपराज्यपाल ने पार्टी से उन लोगों की सूची मांगी थी, जिन्हें आधिकारिक तौर पर न्योता भेजा जाना है. विश्वास ने कहा कि पार्टी की ओर से अन्ना हजारे, किरण बेदी और जस्टिस संतोष हेगड़े का नाम दिया गया है.
अन्ना ने कहा, तबीयत ठीक रही तो आउंगा
अन्ना हजारे से जब इस समारोह में शामिल होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी उनकी तबीयत ठीक नहीं है. समारोह तक यदि तबीयत ठीक हो गई तो वे जरूर जाएंगे.