आम आदमी पार्टी की अंदरूनी कलह की खबरों के बीच योगेंद्र यादव ने आज तक से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि इस पार्टी को ना तो तोड़ेंगे ना ही छोड़ेंगे, बस सुधारेंगे. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को राष्ट्रीय संयोजक से हटाने की बात कोई मुद्दा ही नहीं है.
योगेंद्र यादव ने कहा, 'हमारे बीच कोई झगड़ा नहीं है और ना ही पार्टी में कोई गृहयुद्ध जैसी बात है. मतभेद और मतांतर किस पार्टी में नहीं होते. पार्टी से हमारा कोई मतभेद नहीं है.' उन्होंने कहा, 'अरविंद केजरीवाल को राष्ट्रीय संयोजक के पद से हटाए जाना कोई मुद्दा ही नहीं है. केजरीवाल ने जब इस्तीफा दिया था तब उसे नामंजूर कर लिया गया था.'
उन्होंने कहा, 'पिछले साल हम फरवरी से कह रहे हैं कि पीएसी में बदलाव होना चाहिए. पीएसी में कोई दक्षिण भारतीय नहीं है कोई महिला नहीं है. हम कांग्रेस और बीजेपी से अलग हैं. यह पार्टी वॉलिंटियरों के खून पसीने से बनी है. उनकी बातों का महत्व होना चाहिए. आंतरिक लोकतंत्र अन्य पार्टियों की अपेक्षा अधिक है. लेकिन हम जहां पहुंचना चाहते थे वहां अभी पहुंचे नहीं हैं.'
दिलीप पांडे के बारे में योगेंद्र यादव ने कहा, 'दिलीप पांडे सबसे निस्वार्थ कार्यकर्ताओं में शुमार हैं, मेरे खिलाफ चिट्ठी लिख दी इसका मतलब ये नहीं कि वो बुरे इंसान हैं. सिंगापुर से नौकरी छोड़कर हमसे जुड़े थे. घर में पैसे की दिक्कत हुई लेकिन पार्टी का साथ नहीं छोड़ा. ईमानदार लोगों को भी गलतफहमी हो सकती है इसका मतलब ये नहीं कि वो बुरे इंसान हैं.' योगेंद्र बोले, 'मैं संयोजक नहीं बनना चाहता, ये बाद 6 महीने पहले शांति भूषण ने कही थी और तब भी मैंने हाथ जोड़ लिए थे. ना तो हम इस पार्टी को तोड़ेंगे ना ही छोड़ेंगे, बस सुधारेंगे.'