जेएनयू में कथित देश विरोधी नारेबाजी मामले में कार्रवाई के सवाल पर पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी के सुर बदल गए हैं. अब तक मामले में आरोपियों के खिलाफ पक्के सबूत और कठोर कार्रवाई करने की बात करने वाले सुपर कॉप ने सोमवार को कहा कि इस केस में वह तसल्ली से कार्रवाई करेंगे.
कैंपस जाने पर देंगे गाइडलाइंस
जेएनयू कैंपस में पुलिस के प्रवेश और आरोपी छात्रों की गिरफ्तारी के सवाल पर बस्सी ने कहा, 'इस पर साउथ दिल्ली के डीसीपी फैसला लेंगे. अगर उन्हें कोई जरूरत हुई तो गाइडलाइंस दिया जा सकता है. पुलिस को जल्दबाजी में अपना आपा नहीं खोना है.' जबकि उमर खालिद के 800 कॉल डिटेल के बारे में पूछे जाने पर पुलिस कमिश्नर ने कहा कि ये मीडिया की दिखाई गई खबर थी और उन्हें इसके बारे में फिलहाल जानकारी नहीं है.
कानून के दायरे में हो रही है जांच
बस्सी ने जेएनयू कैंपस देश विरोधी आयोजन के मास्टरमाइंड और 18 दूसरी यूनिवर्सिटीज में ऐसे आयोजन की प्लानिंग के बारे में भी कुछ बोलने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि मुझे इसके बारे में कोई बात नहीं करनी है. जांच अधिकारी कानून के दायरे में ही मामले की जांच कर रहे हैं. इसके पूरे हो जाने पर सही अधिकारी इसका जवाब दे पाएंगे. रिकॉर्डिंग के बारे में बस्सी ने कहा कि उसे जांच के लिए भेज दिया गया होगा.
तसल्ली से हल होगा जेएनयू विवाद
इसके पहले जेएनयू केस में छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी पर बस्सी ने कहा था कि उनके पास पर्याप्त सबूत हैं. वहीं सोमवार को उन्होंने कहा कि हमारे पास पुख्ता सबूत हैं, लेकिन आगे पूरी तसल्ली करने लेने के बाद ही किसी को गिरफ्तार किया जाएगा. बस्सी ने बताया कि हम पूरे धैर्य के साथ मसले को हल करने की कोशिश कर रहे हैं.