दिल्ली के इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन पर हादसे की शिकार हुई महिला की इलाज के दौरान सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई. मृतक रीना अपने बच्चे के साथ गुरूवार को नागलोई मेट्रो स्टेशन से अर्थला जाने के लिए मेट्रो में सवार हुई थी.
इंद्रलोक स्टेशन से रेड लाइन मेट्रो चेंज कर रही थी उसी दौरान उसकी साड़ी और बैग गेट में फंस गया और वो मेट्रो के साथ घिसटती हुई काफी दूर तक चली गई थी. रीना की इलाज के दौरान मौत हो गई.
नागलोई की रहने वाली रीना के पति की मौत लगभग 9 साल पहले ही हो चुकी थी. रीना अपने दो बच्चों के साथ अकेली रह रही थी. गुरूवार को रीना अपने मायके जाने के लिए नागलोई से ग्रीन लाइन मेट्रो से इन्द्रलोक आई और वहां से रेड लाइन मेट्रो पकड़ना चाह रही थी.
इसी दौरान मेट्रो में घुसते समय पता चला कि उसका बच्चा मेट्रो के बाहर रह गया है, तभी वो मेट्रो से बाहर निकलने लगी उस दौरान उसका बैग और साड़ी मेट्रो के गेट में फंस गई, और वो काफी दूर तक घिसटती चली गई.
लोगों ने मेट्रो के अंदर सेफ्टी अलार्म बजाया जिसके बाद मेट्रो रूकी, तब तक वो काफी दूर तक घिसटती चली गई थी जिससे रीना के सिर में चोट आने से वो बेहोश हो गई. गंभीर हालत में उसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां शनिवार को उसकी मौत गई.
यात्री सुरक्षा पर उठे सवाल
मेट्रो में इस हादसे के बाद मेट्रो सुरक्षा अधिकारियों ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं. हालांकि सबसे सुरक्षित और दिल्ली की लाइफ लाइन कही जाने वाले दिल्ली मेट्रो में इस तरह के हादसे से एक बार फिर यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
बताया जा रहा है कि मेट्रो में सवार लोगों के काफी देर तक चिल्लाने के बाद मेट्रो रोकी गई. रीना के दो छोटे बच्चे हैं जो अब अनाथ हो चुके हैं. उनके सिर से मां- बाप दोनों का साया छिन गया है. बता दें कि रीना सब्जी बेच कर दोनों बच्चों को पाल रही थी और उनकी पढ़ाई-लिखाई करा रही थी.
दिल्ली मेट्रो ने हादसे पर क्या कहा?
दिल्ली मेट्रो के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अनुज दयाल ने कहा, गुरुवार को इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन पर यह घटना हुई था. एक महिला यात्री के कपड़े ट्रेन में उलझ गए, जिससे वह घायल हो गई और बाद में शनिवार को अस्पताल में उसकी मौत हो गई. मेट्रो रेलवे सुरक्षा आयुक्त इस घटना की जांच करेंगे. दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल इस मामले में कोई केस दर्ज नहीं किया गया है. पुलिस इसकी जांच कर रही है और अगर जरूरत पड़ी तो कानूनी राय भी ली जाएगी.