आईटी हब के नाम से मशहूर गुरुग्राम में महिला सुरक्षा को लेकर समय-समय पर सवाल उठते रहते हैं, पर बावजूद इसके गुरुग्राम पुलिस की लापरवाही चौंकाने वाली है. प्रमुख स्थानों पर चेक पॉइंट्स तो छोड़िए वीकेंड पर खचाखच भरे क्लब्स और पब्स के बाहर भी सुरक्षा के इंतेजाम ना के बराबर रहते हैं.
आए दिन लड़कियों और महिलाओं के साथ होती छेड़छाड़ की घटनाओं के बावजूद गुरुग्राम पुलिस की लेटलतीफी और गैर मौजूदगी हैरान करने वाली है. मेट्रो स्टेशन और ट्रैफिक कंजेशन पॉइंट्स पर पुलिस चेक पॉइंट्स आपको मिलेंगे जरूर, पर उसके अलावा प्रमुख दफ्तरों और बाजारों में सुरक्षा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति ही नजर आएगी.
साइबर हब
आईटी प्रोफेशनल्स से भरे इस शहर में वीकेंड्स पर क्लब और पब्स का कल्चर आम है और साइबर हब में देश के नामी रेस्त्रों बार्स की भरमार है. यहां वीकेंड्स के अलावा भी भीड़भाड़ रहती है, पर यहां पर भी सुरक्षा ना के बराबर है और अपराधी बेखौफ घूमते हैं.
सेक्टर 29
गुरुग्राम के सेक्टर 29 में बड़े-बड़े बार्स और क्लब्स के अलावा कुछ भी नहीं है. यहां शुक्रवार और शनिवार को पैर रखने तक कि जगह नहीं होती है. बड़ी- बड़ी गाड़ियों में युवा लड़के-लड़कियों की फौज यहां मौज मस्ती करने पहुंचती है. ऐसे भीड़भाड़ और युवा जोश से भरे इलाके में अक्सर छेड़छाड़ और झड़प की खबरें सुनने को मिलती हैं. बावजूद इसके पुलिस की गैरमौजूदगी सवाल पूछने पर मजबूर कर देती है कि आखिर सुरक्षा को लेकर जवाबदेही किसकी बनती है.
हुडा मार्केट
हुडा मार्केट में हर शाम काफी चहल-पहल रहती है. ग्रोसरी स्टोर्स, स्वीट शॉप और बड़े सैलून के साथ-साथ फास्ट फूड के जॉइंट्स इस मार्केट की खासियत है. यहां ज्यादातर लोग अपने परिवार के साथ सैर-सपाटे के लिए पहुंचते हैं, पर परिवार की सुरक्षा भी यहां भगवान भरोसे है.
हर दिन विकास करते इस सपनों के शहर में अगर आपके साथ कोई हादसा नहीं हुआ है, तो समझिए आपकी किस्मत अच्छी है क्योंकि मौजूदा हालात और बढ़ती आपराधिक घटनाओं को देख कर ये बात साफ हो गई है कि ना तो यहां की पुलिस सतर्क है और ना ही प्रशासन नागरिकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर है.