भारी बारिश से जहां एक ओर बिहार से पश्चिम बंगाल तक बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, वहीं यमुना सोमवार को 204 मीटर की चेतावनी के निशान को पार गई. खतरे को भांपते हुए दिल्ली सरकार हरकत में आ गई है और निचले इलाके में रह रहे लोगों से बाहर निकलने के लिए सतर्क रहने को कहा गया है.
अधिकारियों ने कहा कि पुराने यमुना पुल पर सोमवार शाम चार बजे जल का स्तर 204.26 मीटर था, जो चेतावनी के स्तर 204 मीटर से ज्यादा है. हालांकि अभी तक दिल्ली का कोई भी इलाका जलस्तर बढ़ने से प्रभावित नहीं हुआ है.
हथनीकुंड से छोड़ा गया पानी
राजस्व विभाग के उपायुक्त (पूर्वी) कुणाल ने कहा कि बढ़ता जलस्तर खतरे के निशान के अंदर है. उन्होंने यह भी सूचित किया कि रविवार को हथिनीकुंड बांध से 90 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसे दिल्ली पहुंचने में 36 घंटे का वक्त लगेगा.
कुणाल ने कहा, 'हथिनीकुंड से राजधानी तक पानी पहुंचने में कुछ दिन लगते हैं और सोमवार रात तक पुरानी दिल्ली रेलवे पुल का जलस्तर 204.60 मीटर तक पहुंचने की संभावना है, जो फिर घटेगा और खतरे के निशान का स्तर 204.83 मीटर तक नहीं पहुंचेगा.'
सभी वरिष्ठ अधिकारी सतर्क हैं और स्थिति की निगरानी कर रहे हैं जो नियंत्रण में है. राष्ट्रीय राजधानी में जलस्तर की निगरानी पुराने रेलवे पुल के पास की जाती है.
-इनपुट भाषा से