बताया जा रहा है कि 14 अप्रैल को दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में होने वाली इस बैठक में योगेंद्र-प्रशांत खेमे के लोग शामिल होंगे. खबर है कि इस बैठक में नई पार्टी बनाने की रणनीति पर चर्चा हो सकती है. इस बैठक में नेशनल काउंसिल, नेशनल एग्जिक्यूटिव के सदस्यों के साथ साथ दिल्ली के कई विधायकों और पार्टी के सांसदों के भी शामिल होने की संभावना है. योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने आम आदमी पार्टी के पूर्व लोकपाल एडमिरल रामदास से भी इस बारे में बात की है.
इससे पहले आज तक से 'खास मुलाकात' में योगेंद्र यादव ने अपने विरोधियों पर जमकर निशाना साधा. योगेंद्र ने कहा कि आम आदमी पार्टी सिर्फ 6-7 लोगों की पार्टी नहीं है. इस पार्टी को सबने मिलकर खड़ा किया है. ये एक आंदोलन है जो छोड़ना नहीं है. योगेंद्र यहीं नहीं रुके. उन्होंने लगे हाथ अरविंद केजरीवाल को भी आड़े हाथों लिया. शनिवार को आयोजित पार्टी की बैठक की घटना को योगेंद्र ने असंवैधानिक करार दिया और कहा कि उस दिन जो कुछ भी हुआ वो उनकी कल्पना से परे था.
योगेंद्र-प्रशांत को मिला अठावले का निमंत्रण
इधर योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण अपनी ही पार्टी में अपना अस्तित्व तलाशने में जुटे हैं. वहीं दूसरी तरफ RPI पार्टी के मुखिया रामदास अठावले ने दोनों को अपनी पार्टी में शामिल होने का
न्योता दे डाला. अठावले ने कहा कि योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण के साथ जो कुछ भी हो रहा है वो गलत है. अठावले ने कहा कि योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण के पास अच्छा अनुभव है और
उनके RPI में शामिल होने से उनकी पार्टी को मजबूती मिलेगी. अठावले ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो कभी आम आदमी के लिए थी ही नहीं, AAP अब अहंकारी पार्टी
बन गई है.