जून 2013 में दिल्ली का मुख्यमंत्री बनने से पहले ही अरविंद केजरीवाल ये दावा करने लगे थे कि वो आम आदमी का नेतृत्व करते हैं. इसलिए ना तो लाल बत्ती गाड़ी लेंगे, ना सुरक्षा और ना बंगला. ऐसे दावों के पर्चे भी तब खूब बंटे थे और दिसंबर 2013 में दिल्ली का सीएम बनने के बाद अरविंद केजरीवाल ने इस दावे का दम भी भरा.