छत्तरपुर मंदिर में नवरात्रि के दौरान मां कूष्मांडा और महिषासुर मर्दिनी के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. मंदिर में मां का स्वरूप सिर्फ नवरात्र और पूर्णिमा के दिन खोला जाता है. डॉक्टर चावला ने बताया कि मां का तेज इतना अधिक है कि रोज़ दर्शन करना मुश्किल हो सकता है. उन्होंने 'ओम एंग रेंग किलिंग चामुण्डाय बीचे' मंत्र का महत्व भी समझाया.