दिल्ली की सीमाओं पर किसान कड़कड़ाती ठंड में जमे हुए हैं. किसान कृषि कानून रद्द किये जाने की मांग पर अड़े हैं और टस-से-मस नहीं हो रहे हैं. इस बीच कई किसान संगठन कृषि कानूनों का समर्थन कर रहे हैं. वहीं, सिंधु बॉर्डर पर कुछ युवा जो दिल्ली विश्वविद्यालय में अध्ययनरत हैं, किसानों के संघर्ष की कहानी रच रही हैं. देखिए आजतक संवाददाता मौसमी सिंह की रिपोर्ट.