सर्दियों ने ठीक से दस्तक भी नहीं दी कि दिल्ली की हवा एक बार फिर हो गई जहरीली. हवा में इतने प्रदूषक तत्व घुल गए कि सूरज पस्त नजर आने लगा और सांस लेना दुश्वार हो गया. मॉर्निंग वाक पर जाना खतरनाक हो गया और घर के भीतर भी सांस लेना सितम बन गया. दिल्ली की हवा में घुला ज्यादा जहर, एनसीआर में सांस लेना हुआ सितम बन गया है. नवम्बर में एक बार फिर सांसों पर अटैक हुआ है. दिल्ली हवा कितनी जहरीली है इसका अंदाजा इस बात से लगाइये कि आज भी दिल्ली की हवा में सांस लेना खुद की सेहत से खिलवाड़ करना है. आज दिल्ली का एक्यूआई 465 है यानी खतरनाक. पड़ोसी नोएडा की हालत तो और भी खतरनाक है. यहां तो हर जगह पर एक्यूआई 700 के पार है. देखें ये रिपोर्ट.