गुजरात का ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.खास बात ये है कि बेरोजगार युवाओं का नौकरी पाने का ये संघर्ष किसी सरकारी नहीं बल्कि प्राइवेट जॉब के लिए है. घटना भरूच इलाके की है. जहां एक फर्म ने 5 अलग-अलग रोल के लिए महज 10 पदों पर वैकेंसी निकाली थी. लेकिन कंपनी को कहां पता था कि महज 10 लोगों के लिए निकाली गई इस पोस्ट के लिए बेरोजगारों युवाओं की भीड़ आ जाएगी. जो इतनी बेकाबू हो जाएगी कि रेलिंग तक टूट जाएगी.
दरअसल, अंकलेश्वर के एक होटल में वॉक इन इन्टरव्यू मंगलवार को रखे गए थे. जिसमें पांच जगहों के लिए वैकेंसी थी और कैंडिडेट्स को बुलाया गया था. इसके लिए केमिकल इंडस्ट्री के अनुभव वाले युवाओं की जरूरत थी. शिफ्ट इंचार्ज के लिए योग्यता बीइ इन केमिकल की डिग्री और 6 से 10 साल का अनुभव मांग गया था.
इन पदों के लिए थे इंटरव्यू प्लांट ऑपरेटर के लिए आइटीआइ पास और 3 से 8 साल का अनुभव, सुपरवाइजर की पोस्ट के लिए बीएससी-एमएससी, डिप्लोमा इन केमिकल की डिग्री और 4 से 8 साल का अनुभव, मिकेनिकल फिल्टर की वैकेंसी के लिए आइटीआइ पास और 3 से 8 साल का अनुभव, एक्जीक्युटीव की जगह के लिए बीएससी या एमएससी पास और 4 से 7 साल का अनुभव मांगा गया था.
पहले इंटरव्यू देने की कोशिश में बेकाबू हुए हालात
दरअसल, नौकरी पाने के लिए पहुंची भीड़ में हर शख्स पहले जाकर इंटरव्यू देने और नौकरी को पक्का करने की कोशिश कर रहा था. इसी के चलते हालात बेकाबू हो गए.वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि भीड़ इतनी ज्यादा थी कि रेलिंग ही टूट गई. कुछ उम्मीदवारों ने जैसे-तैसे कूदकर खुद को संभाल लिया लेकिन कुछ रेलिंग के साथ नीचे गिरे. गनीमत रही कि रेलिंग जमीन से ज्यादा ऊंचाई पर नहीं था. वरना बड़ा हादसा हो सकता था.
कांग्रेस ने साधा निशाना
इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद विपक्षी नेता केंद्र सरकार पर सवाल उठा रहे हैं. भरूच से कांग्रेस नेता मुमताज पटेल ने कहा, 'हजारों लोग एक स्थानीय कंपनी में कुछ पदों के लिए इकट्ठा होते हैं. यह नजारा खोखले गुजरात मॉडल को दिखाता है जिसे अब पूरे भारत में देखा जा सकता है. बेरोजगारी एक गंभीर मुद्दा बन गया है. लेकिन हम देश के युवाओं के भविष्य के लिए अपनी आवाज उठाना जारी रखेंगे.'
अखिलेश यादव ने भी साधा निशाना
सपा नेता अखिलेश यादव ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'ये है झूठे विकास के गुजरात मॉडल का सच … दस-बीस हजार रुपये के लिए आई वैकेंसी के लिए हजारों का जमावड़ा. बीजेपी ने देश भर के युवाओं को अपनी नीतियों की वजह से बेरोजगारी के दलदल में धकेल दिया है. यही वो युवा हैं जो भाजपा सरकार को हटाकर अपने भविष्य का रास्ता बनाएंगे क्योंकि जब तक भाजपा है तब तक कोई उम्मीद नहीं.'