नर्मदा बांध से बाढ़ का पानी उफनाने के कारण गुजरात में नर्मदा और भरूच जिलों के करीब 27 गांवों में चेतावनी जारी की गयी है. इस बारामासी नदी का जलस्तर फिलहाल गोल्डन ब्रिज में खतरे के निशान से ऊपर चल रहा है.
अधिकारियों ने बताया कि हालांकि बांध में मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से आने वाले पानी में कमी की गयी है, लेकिन अभी भी बांध का जलस्तर 127.95 मीटर पर बना हुआ है, जो सामान्य जलस्तर 121.90 मीटर से करीब छह मीटर अधिक है.
नर्मदा के जिला प्रशासन ने बढ़ते जलस्तर को देखते हुये आपात कार्रवाई केन्द्र (इमरजेंसी रिस्पांस सेंटर) बनाया है. साथ ही नर्मदा नदी के जलस्तर पर निगाह रखने के लिए वास्तविक-समय आधारित आंकड़े भी जुटा रही है.
प्रशासन ने नर्मदा जिले के नांदौड तालुका के 12 और तिलकवाड़ा के नौ गांवों में चेतावनी जारी की. ज्यादातर गांववासियों को वहां से निकालकर सुरक्षित स्थानों में भेजा गया है.
भरूच जिला के गोल्डन ब्रिज में नदी खतरे के निशान से करीब चार फुट ऊपर बह रही है. अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ के कारण यातायात बाधित हो गया है और भरूच, अंकलेश्वर और झागड़िया के गांवों में भी चेतावनी जारी की गयी है. इन स्थानों पर नर्मदा इस समय उफान पर है.
अधिकारियों के अनुसार दोपहर करीब 7,86,000 क्यूसेक पानी बांध से छोडा गया, जिसमें से 7,09,448 क्यूसेक पानी सीधे समुद्र में गिरेगा, जबकि शेष 76,552 क्यूसेक पानी छह नदियों के माध्यम से बिजली उत्पादन में उपयोग में किया जाएगा.
नर्मदा एक बारामासी नदी है, जिसके जल को एक बड़े बांध के जरिये रोककर नहरों के माध्यम से पीने और सिंचाई के लिए उपयोग किया जाता है.